बेंगलुरू: राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने पिछले एक हफ्ते का दौरान दो बार राज्य के दो अलग-अलग जगहों पर दलित के घर मे खाना तो खाया लेकिन वो खाना उसके घर पर तैयार नहीं बल्कि होटल से मंगवाया गया था. इसकी तस्वीर सामने आते ही राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी दल जेडीएस ने इसे दलितों का अपमान क़रार देते हुए जुबानी जंग शरू कर दी.
पिछले शुक्रवार को येदियुरप्पा ने तुमकुरू में एक दलित कॉलोनी जब गए तो वहां उस दलित ने येदियुरप्पा के लिए पुलाव बनवाया था जो उन्होंने नहीं खाया बल्कि उनके कहने पर पास के रेस्टोरेंट से इडली और वड़ा मंगवाया गया जो उन्होंने अपने दूसरे साथियों के साथ खाया. बाद में इसकी शिकायत जेडीएस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पास के एक पुलिस स्टेशन में की. दूसरी घटना शनिवार सुबह की है. जब चित्रदुर्गा में एक दलित के घर येदियुरप्पा केंद्रीय मंत्री अनंतकुमार के साथ इडली वड़ा खाते दिख रहे हैं और ये भी रेस्टोरेंट से ही मंगाया गया था.
ये घर दलित मधु कुमार का था जिनका कहना है कि शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे के करीब पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा मेरे घर पर नाश्ता करने आए, मुझे बहुत खुशी हुई कि इतने बड़े नेता मेरे घर आए, घर पर नाश्ता कम लोगों के लिए बना था और उनके साथ कई सारे लोग आ गए थे. इसी वजह से मैंने खुद होटल से नाश्ता मंगवाकर उन्हें दिया, इसे बेवजह विवाद बनाया जा रहा है.
राज्य के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने कहा कि येदियुरप्पा दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए हमेशा दिखावा करते रहे हैं लेकिन अब इसका पर्दाफाश हो गया है. वहीं जेडीएस के प्रवक्ता तनवीर अहमद का कहना है कि दलित के घर पर जाकर होटल से खाना मंगाकर खाना दलितों का अपमान है. बीजेपी की तरफ से सफाई दी गई कि येदयुरप्पा को डायबटीज है. ऐसे में वो चावल का इस्तेमाल काम से कम करते हैं. इसीलिए उन्होंने इडली वाड़ा मंगवाया. येदियुरप्पा ने बेलगाम में कहा कि मुझे लगता है कि राज्य में जिस तरह दलितों का समर्थन बीजेपी को मिल रहा है. उससे विपक्ष खासतौर पर कांग्रेस बौखला गई है. इसी वजह से मेरे खिलाफ दुष्प्रचार की कोशिश की जा रही है. जिस घर पर मैंने नाश्ता किया उन दलित परिवारों ने ही सफाई दी है. कहा कि नाश्ता कम पड़ जाने की वजह से ही उन्होंने खुद बाहर से नाश्ता मंगवाया था.