प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात हुई, दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का अभिवादन किया.
सूत्रों के मुताबिक अभिवादन के बाद पीएम मोदी ने नवाज शरीफ से उनके सेहत के बारे में पूछा. फिर पीएम मोदी ने शरीफ से उनकी मां और परिवार के बाकी लोगों के बारे में खबर ली. पीएम मोदी की नवाज शरीफ से 2015 के बाद ये पहली मुलाकात थी. इससे पहले पीएम मोदी अचानक साल 2015 में नवाज शरीफ के घर लाहौर जा पहुंचे थे. हालांकि इसके बाद सांस्कृति कार्यक्रम में पीएम मोदी और शरीफ ने एक-दूसरे से काफी दूरी पर बैठे थे.
दरअसल कजाकिस्तान के राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरवायेव की ओर से आयोजित स्वागत समारोह में मोदी, शरीफ, रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी चिपफिंग सहित अन्य शीर्ष नेताओं ने भाग लिया.
स्वागत समारोह के लिए रवाना होने से पहले शरीफ से सवाल किया गया था कि क्या उनकी मोदी से मुलाकात होगी. इस पर वह सिर्फ मुस्कुराए थे और मीडियाकर्मियों की ओर हाथ हिलाया था. हालांकि पीएम मोदी और नवाज शरीफ की मुलाकात को भारत का कहना था कि न तो पाकिस्तान की ओर से अनुरोध किया गया है और न ही ऐसा कोई प्रस्ताव भारत ने किया है. इसलिए कोई प्लान नहीं है.
गौरतलब है कि मोदी और शरीफ दोनों इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुरुवार को यहां पहुंचे. सम्मेलन में शुक्रवार को भारत और पाकिस्तान को समूह के पूर्ण सदस्यों के रूप में शामिल किया जाएगा.
इससे पहले मोदी ने नूरसुल्तान नजयबायेब से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने के तरीकों पर चर्चा की. दो दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचने के फौरन बाद उन्होंने नजरबायेव से मुलाकात की. प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि कजाकिस्तान गणतंत्र के राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार के तरीकों पर चर्चा की.
अपनी यात्रा से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं एससीओ के साथ भारत के संबंध को और गहरा करने के लिए आगे देख रहा हूं जिससे हमें आर्थिक, संपर्क और आतंकवाद विरोधी सहयोग के साथ ही दूसरी चीजों में भी मदद मिलेगी.
प्रधानमंत्री शुक्रवार को एससीओ शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे और उनके चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात करने की भी संभावना है. हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच कई मुद्दों को लेकर मतभेद सामने आए हैं.