सैफ अली खान और डिंपल कपाड़िया की मल्टी-स्टारर वेब सीरीज तांडव को लेकर बड़ा बवाल छिड़ा हुआ है. सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि OTT पर परोसे जा रहे आपत्तिजनक कंटेंट को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय अलर्ट हो गया है. आज शाम तक OTT पर आपत्तिजनक कंटेंट और तांडव वेब सीरीज को लेकर मंत्रालय फैसला ले सकता है.
तांडव वेब सीरीज को लेकर हो रहे विवाद पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में आज बैठक हुई. सरकार पहले ही साफ कह चुकी है कि OTT प्लेटफॉर्म पर दिखाए जाने वाले फिल्म या कंटेट को लेकर सेल्फ रगुलेशन कोड बनाएं. अगर OTT प्लेटफार्म अपने लिए सेल्फ रेगुलेशन कोड नहीं बनाते हैं तो फिर सरकार कोड बनाने पर विचार कर सकती है.
मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ कुछ जिम्मेदारियां भी निहित होती हैं. क्रिएटिव फ्रीडम के नाम पर कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकती. मंत्रालय के सूत्रों का मानना है कि कोरोना आपदा के कारण ज्यादातर फिल्में OTT पर रिलीज हो रही हैं. अगर यही फिल्में बड़े पर्दे या टीवी पर रिलीज होती तो इन्हें CBFC और Cable TV Regulation Act के कंटेंट गाइडलाइन्स का पालन करना होता, यानी थियेटर और OTT के लिए अलग-अलग स्टैंडर्ड नहीं हो सकते.
ट्विटर पर बवाल होने और राम कदम के ट्वीट के बाद अब चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने तांडव वेब सीरीज पर रोक लगाने की मांग और OTT प्लेटफार्म के लिए कड़े कानून बनाने की मांग की है.
पत्र में मंत्री ने लिखा है, ”देश में ओटीटी प्लेटफॉर्म के चलन से लगातार वेब सीरिज का निर्माण किया जा रहा है. ऐसे प्लेटफॉर्म पर फिल्में और वेब सीरीज सेक्स, हिंसा, मादक पदार्थ, घृणा और अश्लीलता से भरी हुई होती है. इतना ही नहीं ये फिल्में और वेब सीरिज हिन्दू धार्मिक भावनाओं को भी लगातार चोट पहुंचा रही हैं. ऐसी ही अभी हाल में अमेजन वीडियो प्राइम पर तांडव वेब सीरिज आई है जिसमें निर्माताओं ने जानबूझकर हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाया है और हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का अपमान किया है. यह पहली बार नहीं हो रहा है अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर लगातार हिन्दुओं की भावनाओं पर चोट पहुंचायी जा रही है.
तांडव वेब सीरिज में न सिर्फ देवताओं का मजाक उड़ाया जा रहा है बल्कि यह दलित विरोधी और हिंदुओं के खिलाफ सांप्रदायिक घृणा से भरी हुई है. हिन्दू धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने वाली ऐसी फिल्में या वेब सीरिज और ओटीटी प्लेटफॉर्म के नियंत्रण के लिए अभी कोई ठोस कानून नहीं है, न ही ये सेंसर बोर्ड से पास होती हैं जिसके कारण कुछ लोग जानबूझकर हिन्दू देवी-देवीताओं का मजाक उड़ाने वाली फिल्में और वेब सीरिज का निर्माण कर रहे हैं. अतः आपसे अनुरोध है कि तांडव वेब सीरिज पर तत्काल रोक लगाए जाए और ओटीटी प्लेटफॉर्म व इन पर चल रही फिल्में और वेब सीरीज के नियंत्रण के लिए ठोस कानून बनाया जाएं.”
भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने भी आरोप लगाया है कि तांडव वेब सीरीज में हिन्दू भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है. इसी मुद्दे पर मुंबई में बीजेपी की ओर से विरोध प्रदर्शन किए जाने की बात कही गई थी, जिसकी अगुवाई भाजपा नेता राम कदम करेंगे. रविवार को बीजेपी नेता राम कदम ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि वो सोमवार को मुंबई में अमेजन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे, इस दौरान विरोध प्रदर्शन भी होगा. उन्होंने लोगों से अमेजन का बहिष्कार करने की अपील की थी. इतना ही नहीं, बीजेपी नेता ने कहा था कि अमेजन के खिलाफ जूते मारो आंदोलन किया जाएगा.
बीजेपी नेताओं की मांग की कि वेब सीरीज के प्रसारण पर तुरंत रोक लगे. वेब सीरीज के एक्टर, प्रोड्यूसर और लेखक पर NSA लगाया जाए. बीजेपी नेता कपिल मिश्रा की ओर से अमेजन को एक लीगल नोटिस भी भेजा गया है और तांडव वेब सीरीज को हटाने के लिए कहा है.
तांडव वेब सीरीज के विरोध में हावड़ा मैदान मेट्रो चैनल के नजदीक बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने ओमप्रकाश सिंह के नेतृत्व में पुतला दहन और टायर जलाकर अपना विरोध प्रदर्शन किया हैं. लोगों का कहना है कि तांडव सीरीज में जिस तरह की दृश्यों को दिखाया जा रहा है इससे हिंदू समाज के लोगों की भावनाओं को आहत हुई हैं. इसलिए इसका घोर विरोध करते हैं और इसी के कारण आज हावड़ा मैदान में यह प्रदर्शन किया गया. हावड़ा मैदान में रास्ते पर बैठकर युवा बीजेपी समर्थकों ने रास्ता बंद कर विरोध प्रदर्शन शुरू किया. घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच समझाने का प्रयास कर रही है.
लखनऊ के थाना हजरतगंज में एक पुलिस इंस्पेक्टर की तरफ से अमेजन प्राइम की इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित, वेब सीरीज तांडव के डायरेक्टर अली अब्बास, प्रोड्यूसर हिमांशू कृष्ण मेहर और राइटर गौरव सोलंकी के खिलाफ धारा 153A, 295, 505 (1)(b), 505(2), 469, 66, 66f, 67 के तहत एफआईआर दर्ज करवाई गई है.
एफआईआर में एक विशेष समुदाय के खिलाफ भावनाएं भड़काने और देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ अशोभनीय चित्रण करने की बात कही गई है. एफआईआर में यह भी कहा गया है कि इस वेब सीरीज का इंटरनेट पर व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है. जिससे समाज की भावनाएं आहत हो रही हैं, जिस वजह से यह मुकदमा दर्ज किया गया है. खबर है कि इस मामले में यूपी पुलिस मुंबई जाकर सीरीज के मेकर्स से पूछताछ करेगी.
बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने भी तांडव से आपत्तिजनक सीन को हटाने की मांग की है. बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि वेब सीरीज में धार्मिक व जातीय आदि भावना को आहत करने वाले कुछ दृश्यों को लेकर विरोध दर्ज किए जा रहे हैं, जिसके सम्बंध में जो भी आपत्तिजनक है उन्हें हटा दिया जाना उचित होगा ताकि देश में कहीं भी शान्ति, सौहार्द व आपसी भाईचारे का वातावरण खराब न हो.
इस बीच सूचना प्रसारण मंत्रालय ने ‘तांडव’ वेब सीरीज को लेकर अमेजन से सफाई मांगी है. मंत्रालय ने ‘तांडव’ के कंटेंट को लेकर अमेजन से सोमवार को जवाब देने को कहा है.
बता दें कि सीरीज तांडव को लेकर बवाल ट्विटर से शुरू हुआ था. सीरीज के रिलीज होने के बाद ट्विटर पर इसमें दिखाया गया जीशान आयूब के सीन का एक वीडियो को शेयर किया गया था. इस सीन में जीशान भगवान शिव बने हुए हैं. उस वीडियो में जीशान कैंपस के छात्रों की आजादी की बात कर रहे हैं. वे कह रहे हैं कि इन छात्रों को देश में रहकर आजादी चाहिए, देश से आजादी नहीं चाहिए. इस सीन को जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार से जोड़कर देखा गया और देखते ही देखते यह वीडियो वायरल हो गया. कुछ साल पहले जेएन्यू कैंपस में उन्होंने भी आजादी के नारे लगवाए थे.
इसी कनेक्शन की वजह से सोशल मीडिया पर कई तरह के ट्वीट देखने को मिल रहे हैं. ऐसे में सोशल मीडिया यूजर्स ने अपने-अपने विचार सामने रखे थे. एक यूजर ने लिखा- अली अब्बाज जफर की ये सीरीज गलत प्रोपेगेंडा फैला रही है, सिर्फ टुकड़े-टुकड़े गैंग की पैरवी कर रही है और जीशान आयूब को भगवान शिव बना गालियां दिलवा रही है. वहीं दूसरे यूजर ने कहा- मैं वैसे ऐसे कुछ भी पोस्ट नहीं करता हूं, लेकिन तांडव में यूपी पुलिस को गलत छवि में दिखाया गया है, टुकड़े-टुकड़े गैंग को सही बताया है. एक ही धर्म के खिलाफ दिखाया गया है. मेकर्स को शर्म आनी चाहिए. सोशल मीडिया पर इस तरह के और भी कई सारे ट्वीट वायरल हो रहे हैं जहां पर मेकर्स को फटकार लगाई जा रही है.