ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज बैरी जर्मन (Barry Jarman) का निधन हो गया है। 84 साल की उम्र में बीमारी के चलते बैरी जर्मन की मौत हो गई है, जिससे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों में शोक की लहर है। बैरी जर्मन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए 10 साल में कुल 19 टेस्ट मैच खेले थे। हालांकि, फर्स्ट क्लास क्रिकेटर के तौर पर उनका काफी लंबा अनुभव रहा था।
13 साल तक घरेलू क्रिकेट खेलने वाले बैरी जर्मन ने साउथ ऑस्ट्रेलिया के लिए 191 फर्स्ट क्लास मैच खेले थे। वहीं, 1959 से लेकर 1969 तक उन्होंने अपनी देश की टीम का प्रतिनिधित्व किया था। इस दौरान वे टीम के कप्तान भी कुछ मैचों में रहे थे, जिसमें एक एशेज सीरीज शामिल है। कानपुर में भारत के खिलाफ बैरी जर्मन ने दिसंबर 1959 में टेस्ट डेब्यू किया था। इस मैच के तीन साल बाद उन्होंने अपना दूसरा टेस्ट खेला था।
8 साल तक वे टीम से अंदर-बाहर होते रहे थे, लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन के दम पर उन्होंने 1967-68 के सीजन में कंगारू टीम के लिए लगातार क्रिकेट खेली थी। इसी दौरान इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज के एक मैच में उनको टीम का कप्तान भी नियुक्त किया गया था। बैरी जर्मन टीम के नियमित कप्तान नहीं, बल्कि स्टैंड-इन कैप्टन थे, क्यों कप्तान बिल लॉरी को इंजरी हुई थी और वे मैच से बाहर हो गए थे।
1969 में बैरी जर्मन ने अपना आखिरी टेस्ट मैच एडिलेड में खेला था। हालांकि, साल 1995 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी, लेकिन इस बार वे मैच रेफरी के तौर पर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी के साथ जुड़े थे। 1995 से 2011 तक उन्होंने 25 टेस्ट और 28 वनडे इंटरनेशनल मैचों में मैच रेफरी की भूमिका निभाई थी। वह ऑस्ट्रेलियाई टीम के 33वें टेस्ट कप्तान बने थे। उनके नाम पर हर सीजन में बैरी जर्मन ट्रॉफी साउथ ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट टीम के मोस्ट इंप्रूव्ड प्लेयर को दी जाती है।