इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा है कि उनके देश में टेस्ला के निवेश की संभावना के बारे में एलन मस्क के साथ बातचीत अभी भी जारी है। टेस्ला के सीईओ मस्क दुनिया भर में नए बाजारों की तलाश कर रहे हैं। क्योंकि उनकी कंपनी अधिक उत्पादन सुविधाएं स्थापित करना और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में प्रतिस्पर्धा करना चाहती है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक इंटरव्यू में विडोडो ने कथित तौर पर कहा कि इंडोनेशिया में टेस्ला के संभावित निवेश के लिए बातचीत जारी है। मस्क पिछले कुछ समय से इंडोनेशिया में निवेश करने के इच्छुक हैं और हालांकि बातचीत जारी है, लेकिन अभी तक कोई खास नतीजा नहीं निकला है।
प्रमुख बाधाओं में से एक यह है कि इंडोनेशिया फिलहाल इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के लिए एक बड़ा बाजार नहीं है। और चार्जिंग से संबंधित विशाल बुनियादी ढांचे का भी दावा नहीं करता है। हालांकि इसने बैटरी चालित वाहनों पर विनिर्माण के साथ-साथ खरीद के लिए सब्सिडी का एलान करके विदेशी कार निर्माताओं को लुभाने की कोशिश की है। हालांकि यह बड़े पैमाने के लिए एक आदर्श स्थान नहीं हो सकता है। वैसे भी यह अब तक नहीं है।
पिछली कुछ रिपोर्टों में यह भी सुझाव दिया गया है कि पड़ोसी देश इंडोनेशिया की तुलना में मलयेशिया टेस्ला के लिए कहीं ज्यादा उपयुक्त जगह हो सकती है। या अन्य एशियाई बाजार पूरी तरह से ज्यादा फायदेमंद साबित होंगे। मस्क इंडोनेशिया गए थे, लेकिन वह पहले भी भारत आ चुके हैं। दुनिया के तीसरे सबसे बड़े वाहन बाजार पर दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति की नजर है। लेकिन उच्च आयात कर (हाई इंपोर्ट टैक्स) कंपनी के संभावित भारत में एंट्री के लिए एक बड़ी बाधा है। भारत चाहता है कि आयात टैक्स दर पर छूट हासिल करने के लिए टेस्ला स्थानीय स्तर पर निर्माण करे, या कम से कम स्थानीय उत्पादन के लिए समयसीमा का आश्वासन दे।
चाहे इंडोनेशिया, मलयेशिया, भारत या कोई अन्य बाजार हो, टेस्ला की विस्तार की स्पष्ट नीति है क्योंकि वह प्रतिद्वंद्वियों पर अपनी बढ़त बढ़ाना चाहता है। अमेरिका स्थित ईवी दिग्गज का 2030 तक 2 करोड़ ईवी के निर्माण का घोषित लक्ष्य है। जो कई लोगों का कहना है कि टेस्ला के ऊंचे मानकों के हिसाब से भी यह एक बेहद महत्वाकांक्षी लक्ष्य है। और इसके लिए, टेस्ला को बस नए बाजारों में एंट्री करना होगा और संभावित रूप से ज्यादा किफायती मॉडल भी पेश करने होंगे।