Bihar Politics: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद (Lalu Prasad Yadav) के बड़े पुत्र और विधायक तेजप्रताप यादव (RJD MLA Tej Pratap Yadav) एक बार फिर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के फैसले से नाराज हैं। फिर आपत्ति जताई है और उन्हें तानाशाह बताया है। राजद के कार्यालय सचिव चंदेश्वर प्रसाद सिंह को उनके पद से हटाने का उन्होंने विरोध किया है। बता दें कि पूर्व में भी कई बार तेजप्रताप यादव की प्रदेश अध्यक्ष से नाराजगी सामने आती रही है।
कार्यालय सचिव को हटाए जाने पर भड़के
जगदानंद के अनुशासन को तेजप्रताप शुरू से ही नापसंद करते आए हैं। वह इसे कार्यकर्ताओं के हक में नहीं मानते हैं। हफ्तेभर पहले जब जगदानंद ने चंदेश्वर को उनके पद से हटा दिया तो तेजप्रताप ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर विरोध जताया। चंदेश्वर की तरफदारी करते हुए कहा कि 28 वर्षों तक राजद को अपना सबकुछ देने वाले चंदेश्वर प्रसाद को चाचा जगदानंद सिंह ने बिना किसी कारण के पार्टी से निकाल दिया। तेजप्रताप ने लिखा है कि बचपन से ही वह चंदेश्वर प्रसाद को देखते आ रहे हैं। लालू प्रसाद और राजद के प्रति उनका प्रेम निस्वार्थ रहा है। उन्होंने किसी पद की लालसा नहीं की। बुरे वक्त में भी पार्टी के साथ खड़े रहे किंतु बहुुत तकलीफ हुई जब देखा कि वह किस तरह से तानाशाही के शिकार रहे हैं।
हमेशा खड़े रहेंगे ऐसे कार्यकर्ताओं के साथ
तेजप्रताप ने जगदानंद के फैसले से असहमति जताते हुए चंदेश्वर को सबसे वफादार कार्यकर्ता बताया औरा कहा कि बिना गलती के एक झटके में बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। उन्होने कहा कि वह ऐसे समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ हमेशा खड़े रहेंगे। बता दें कि इससे पहले भी जगदानंद सिंह से तेजप्रताप यादव खफा थे। उन्होंने एक तरह से आंदोलन का बिगुल फूंक दिया था। हालांकि समय के साथ मामला शांत होता गया। लेकिन एक बार फिर दोनों के बीच के 36 का आंकड़ा सामने आ गया है।