भारतीय टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरा जल्द ही शुरू होने वाला है। टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में पहले टी-20 सीरीज़ खेलेगी और फिर बारी होगी टेस्ट सीरीज़ की। ऑस्ट्रेलिया दौरे को देखते हुए बीसीसीआइ ने भारत के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी को रणजी ट्रॉफी मैच में एक पारी में सिर्फ 15 ओवर फेंकने की इज़ाजत दी है। बीसीसीआइ ने ये फैसला इसलिए लिया है ताकि शमी इस दौरान चोटिल न हो जाएं और वो ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए फिट रहें।
मोहम्मद शमी मंगलवार से रणजी ट्रॉफी में शुरू हो रहे बंगाल बनाम केरल के मैच में अपनी घरेलू टीम बंगाल की तरफ से खेलेंगे। कोलकाता में खेले जाने वाले इस मैच में शमी को एक पारी में सिर्फ 15 ओवर ही गेंदबाज़ी करने की अनुमति मिली है। शमी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज़ के लिए टीम में चुना गया है और बोर्ड नहीं चाहता कि शमी रणजी ट्रॉफी खेलने के दौरान चोटिल हो जाएं इसी वजह से बोर्ड ने ये शर्त रखी है। हालांकि वह पारी 15 ओवर की गेंदबाजी कर सकते हैं, जिसमें दो से तीन ओवरों की ‘ग्रेस’ भी होती है।
बीसीसीआइ ने बंगाल टीम मैनेजमेंट को ये निर्देश भी दिया है कि वो शमी के प्रतिदिन के वर्कलोड और फिटनेस की रिपोर्ट बोर्ड के फीजियो को भेजेेंगे। बंगाल की टीम ने शमी पर लगी इन पाबंदियों के बावजूद भी उन्हें शुक्रवार को घोषित की गई 16 सदस्यीय टीम का हिस्सा बनाया है। बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने शमी का टीम में स्वागत करते हुए कहा ‘हम बीसीसीइ के इस फैसले का सम्मान करते हैं और वैसे भी सभी क्रिकेटर्स के लिए भारतीय टीम के लिए खेलना सर्वोपरि है।’
इसके साथ ही तिवारी ने कहा कि शमी जब अपनी लय में गेेंदबाज़ी कर रहे हो तो 15 ओवर तो उनके लिए काफी अधिक हैं, वो इससे भी कम ओवरों में विरोधी टीम की कमर तोड़ सकते हैं। तिवारी ने कहा हमें उनकी काबिलियत पर पूरा भरोसा है और मुझे पूरी उम्मीद है कि वो अपने काम को बाकी गेंदबाज़ों के साथ मिलकर बेहतर तरीके से अंजाम देंगे।