उत्तराखंड में ट्रेन से कटकर दो हाथियों की मौत हो गई। बुधवार सुबह ऊधमसिंहनगर जिले में आगरा से चलकर रामनगर आने वाली आगरा फोर्ट एक्सप्रेस लालकुआं से आगे बढ़ी थी कि तराई वन प्रभाग के पीपल पड़ाव रेंज में हाथियों का झुंड ट्रैक पार कर रहा था। इस दौरान ट्रेन की चपेट में आने से हाथी और उसके बच्चे की मौत हो गई। घटना के दौरान हाथियों का झुंड टैक पर ही खड़ा हो गया। पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए ब्रक लगाकर ट्रेन रोक दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने हाथियों के झुंड को खदेड़ा। आगरा फोर्ट को ट्रैक खाली नहीं होने से सिडकुल हाल्ट पर खड़ा करना पड़ा, जबकि काशीपुर कासगंज पैसेंजर ट्रेन को दो घंटा गूलरभोज स्टेशन पर खड़ा कर वापस रवाना किया गया।
बुधवार अलसुबह आगरा फोर्ट एक्सप्रेस (05055 अप) लालकुआं स्टेशन से रवाना हुई। ट्रेन अभी सिडकुल हाल्ट से आगे रेलवे माइलस्टोन नंबर 13/2 के पास पहुंची ही थी कि ट्रैक से गुजर रहे हाथी से टकरा गई। मौके पर हाथी और उसके बच्चे की मौत हो गई। जिससे ट्रैक जाम हो गया। नतीजतन आगरा फोर्ट को सिडकुल हाल्ट पर ही खड़ा कर दिया गया। इस दौरान काशीपुर- कासगंज पैसेंजर ट्रेन को ट्रेन को गूलरभोज स्टेशन पर ही रोक लिया गया। दो घंटे की मशक्कत के बाद भी ट्रैक खाली नहीं होने के चलते पैसेंजर ट्रेन को गूलरभोज स्टेशन से वापस काशीपुर रवाना किया गया।
इस दौरान लालकुआं, हल्द्वानी, बरेली और कासगंज जाने वाले यात्रियों को भारी दिक्कतों को का सामना करना पड़ा। स्टेशन अधीक्षक एनएस डोंगरियाल ने बताया कि मामले की सूचना से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। वहीं मुख्य वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त राहुल सिंह ने बताया कि वन विभाग की टीम द्वारा हाथियों के झुंड को जंगल की ओर खदेड़ दिया गया है। हादसे में हाथी और उसके बच्चे की मौत हो गई है। वन विभाग की टीम द्वारा पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है।
मार्च में भी हुई थी एक हाथी की मौत
बता दें कि इसी साल आठ मार्च को गढवाल मंडल के लच्छीवाला रेंज में नंदा देवी एक्सप्रेस की टक्कर से दो वर्षीय हाथी की मौत हो गई थी। लच्छीवाला वन रेंज में वनवाह बीट के समीप रेलवे ट्रैक पर हाथी का दो वर्षीय बच्चा ट्रेन की चपेट में आ गया। ट्रेन की टक्कर से हाथी दूर जा गिरा। जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। तब तक हाथी की मौत हो चुकी थी।