मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा के लिए फिर कड़े निर्देश दिये हैं। उन्होंने सभी जिलों अधिकारियों से कहा है कि महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। उन्होंने आदेश दिया है कि सभी जिलों स्कूली छात्राओं की सुरक्षा के लिए बालिका सुरक्षा जागरूकता टीम बनाई जाए, जो पूरे जुलाई महीने अभियान चलाए। मुख्य सचिव की तरफ से सीएम योगी का यह निर्देश सभी जिलाधिकारियों और एसपी-एसएसपी को निर्देश जारी कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के नए निर्देश के अनुसार, बालिका सुरक्षा जागरूकता टीम में दो पुलिस अधिकारी व कर्मचारी और महिला एवं बाल विकास विभाग के एक्सपर्ट शामिल होंगे। यह टीम एक से 31 जुलाई तक स्कूलों और कॉलेजों में जाकर लड़कियों को सुरक्षा के लिए जागरूक करेगी। इस अभियान में ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में खास फोकस होगा। सभी जिलों से इस संबंध में कार्ययोजना भी मांगी गई है। इस अभियान की सफलता की समीक्षा भी की जाएगी।
लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं- सीएम योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ और गोरखपुर में प्रशासनिक और पुलिस के अलावा अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान भी महिलाओं ओर बच्चियों की सुरक्षा के प्रति आगाह किया था। उन्होंने अफसरों के पेंच कसे और कहा कि टप्पल जैसी घटना के बाद महिलाओं-बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। दोबारा प्रदेश में ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। आजमगढ़ में मुख्यमंत्री ने अफसरों को चेतावनी के साथ निर्देश दिया था कि महिला व नाबालिग बच्चियों के साथ हो रही घटनाओं पर तत्काल अंकुश लगाएं। लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
CM योगी महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों से नाराज- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में महिलाओं ओर बच्चियों पर लगातार हो रही आपराधिक वारदात पर अंकुश लगाने के लिए लगातार नए कदम उठा रहे हैं। वह सभी समीक्षा बैठकों में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए अफसरों को निर्देश दे रहे हैं। यूपी में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों पुलिस व गृह विभाग के अफसरों संग बैठक कर कानून व्यवस्था की समीक्षा करने के साथ ही प्रदेश में एंटी रोमियो स्क्वायड को और प्रभावी बनाने का निर्देश दिया था।