दक्षिण पश्चिम ईरान में सैन्य परेड पर हुए शनिवार को हुए हमले में 29 लोग मारे गए और 57 से ज्यादा घायल हो गए। मरने वालों में रिवोल्यूशनरी गार्ड के जवान भी शामिल हैं। सुरक्षाकर्मियों ने चारों हमलावरों को मार गिराया। सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक, यह अब तक का सबसे खतरनाक हमला है। ईरान में अरब विरोधी आंदोलन और आइएस के आतंकियों ने हमले की जिम्मेदारी ली है। ईरान ने सऊदी अरब और इजरायल पर हमला कराने का आरोप लगाया है।
सरकारी टेलीविजन ने कहा कि हमलावरों के निशाने पर वह स्टैंड था जहां ईरान के अधिकारी जमा थे। अहवाज शहर में इराक के साथ 1980-88 के बीच इस्लामिक रिपब्लिक द्वारा युद्ध शुरू करने की याद में आयोजित कार्यक्रम देखने के लिए अधिकारी वहां जमा हुए थे। खुजेस्तान प्रांत के मध्य में स्थित अहवाज में अल्पसंख्यक अरब समुदाय ईरान के शिया शासन के खिलाफ प्रदर्शन करता रहा है।
इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प को 1979 में हुए इस्लामिक रिवोल्यूशन के बाद से शिया शासन की ताकत माना जाता है। इराक, सीरिया और यमन जैसे देशों में ईरान के क्षेत्रीय हितों में भी इस बल की भूमिका प्रमुख है।