भारत को गुरुवार को हैमिल्टन में न्यूजीलैंड के हाथों चौथे वनडे में 8 विकेट से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इस हार के दौरान भी एक भारतीय खिलाड़ी ने ऐसा रिकॉर्ड बना दिया जिसके बारे में उसने सपने में भी नहीं सोचा होगा।
युजवेंद्र चहल ने 20 साल पुराने अनोखे रिकॉर्ड की बराबरी कर अपना नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज करवा लिया। भारत के वनडे क्रिकेट इतिहास में ऐसा करिश्मा सिर्फ दूसरी बार हुआ है। ट्रेंट बोल्ट की रिकॉर्ड गेंदबाजी के सामने भारत की पारी 30.5 ओवरों में मात्र 92 रनों पर सिमटी थी। एक बात की तरफ लोगों को ध्यान नहीं गया कि भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन युजवेंद्र चहल ने बनाए थे। चहल ने 10वें क्रम पर उतरते हुए नाबाद 18 रन बनाए। हार्दिक पांड्या दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे और उन्होंने 16 रन बनाए थे।
भारत के वनडे क्रिकेट इतिहास में यह सिर्फ दूसरा मौका था जब किसी वनडे मैच में भारत की तरफ से 10वें क्रम पर उतरे बल्लेबाज ने सबसे ज्यादा रन बनाए। इससे पहले ऐसा 16 सितंबर 1998 को टोरंटो में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच के दौरान हुआ था। उस वक्त पाकिस्तान के खिलाफ भारत की पारी 46.2 ओवरों में 180 रनों पर सिमटी थी। इस मैच में भारत की तरफ से 10वें क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए जवागल श्रीनाथ ने सर्वाधिक 43 रन बनाए। श्रीनाथ ने 40 गेंदों में 2 चौको और 3 छक्कों की मदद से ये रन बनाए थे। नयन मोंगिया 38 रनों के साथ दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। अब 20 साल बाद चहल ने श्रीनाथ के कारनामे को दोहराया।
चहल के करियर का सर्वाधिक स्कोर :
चहल के वनडे करियर का यह 39वां मैच था जिसमें उन्हें सिर्फ पांचवीं बार बल्लेबाजी का मौका मिला। इस दौरान उन्होंने नाबाद 18 रन बनाए जो उनके वनडे करियर का सर्वोच्च स्कोर है। इससे पहले उनका सर्वाधिक स्कोर 12 था जो उन्होंने 14 जुलाई 2018 को लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था।