New Delhi: श्रावण मास की समाप्ति के आखिरी दिन यानि 7 अगस्त को पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्योहार है। श्रावण मास के इस अंतिम दिन में एक शुभ पर्व आने के साथ ही उसमें ग्रहण भी लग रहा है।सुरो का जादू बिखेरनी वाली इस गायिका की मौत से शोक में डूबा बॉलीवुड !
जी हां- जैसे हर बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया होता है वैसे ही इस बार भाई-बहन के इस त्योहार पर चंद्र ग्रहण का साया है। इस बार श्रावण शुक्ल की तिथि पर आ रहे इस ग्रहण का गहरा असर रक्षाबंधन पर पड़ने वाला है। इस बार रक्षाबंधन पर लगने वाला ग्रहण खंडग्रास चंद्र ग्रहण कहलाएगा।
ज्योतिषियों की मानें तो यह एक प्रकार का अशुभ संयोग है। इसलिए ज्योतिष सलाह अनुसार बताए गए शुभ समय पर ही राखी बांधनी चाहिए। इस बार रक्षाबंधन पर कई दशकों के बाद एक ऐसा ग्रहण लग रहा है जो इस त्योहार पर भारी है। इस दिन चंद्र ग्रहण होगा जो रात्रि 10 बजकर 52 मिनट से शुरू होकर 12 बजकर 2 तक रहेगा।इस्तीफे के बाद स्मृति ईरानी को सूचना प्रसारण और नरेंद्र तोमर को शहरी विकास मंत्रालय मिला
चंद्र ग्रहण से 9 घण्टे पूर्व सूतक लग जाएगा। इससे पहले भद्रा का प्रभाव रहेगा। चंद्रग्रहण पूर्ण नहीं होगा बल्कि खंडग्रास होगा। इस हिसाब से कुल मिलाकर ग्रहण की अवधि 1 घंटा 55 मिनट रहेगी। लेकिन सूतक 7 अगस्त की दोपहर को ही लग जाएगा।
फलस्वरूप सुबह 11:30 से दोपहर के 1:39 के बीच तक का समय राखी बांधने के लिए शुभ होगा। लेकिन इस बीच 4 राशियों पर इस ग्रहण का गहरा असर पड़ेगा। ये हैं वो 4 राशियां – मकर, मिथुन तुला और कुंभ।लेकिन इसी के साथ अन्य 5 राशियों की किस्मत चमकने वाली है- मेष, सिंह, कन्या, वृश्चिक और मीन। इसके अलावा बाकी बची हुई राशियों- कर्क और धनु, वृषभ के लिए भी बेहद शुभ परिणाम रहेंगे।
उपाय
जिन राशियों पर घ्रङण का असर पड़ रहा है उन्हें इस दौरान अपेन स्वास्थ्य को लेकर सतर्कता बरती है। इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इस दौरान होने वाली परेशानियों से बचने के लिए ग्रहण काल के दौरान ‘ॐ नम: शिवाय’ मंत्र का जाप करें। ऐसा करना सभी राशिवालों के लिए शुभ रहेगा।