व्यक्ति मंदिर में भगवान के दर्शन करने जाता है तो वह अपने मन में कोई ना कोई इच्छा जरूर रखता है वह अपनी इच्छाओं को पूरी करने के लिए भगवान से प्रार्थना करता है इसके अलावा लोग मंदिर के चक्कर लगाने के साथ साथ तरह-तरह के धार्मिक अनुष्ठान भी करवाते हैं परंतु इतना सब कुछ करने के बावजूद भी व्यक्ति को मालूम नहीं होता कि उसकी मनोकामना आखिर कब पूरी होगी वह अपने मन में भगवान के प्रति श्रद्धा रखता है और उनसे अपनी मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना करता है, परंतु आज हम आपको इस लेख के माध्यम से एक ऐसे मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिसमें सिर्फ 40 दिन लगातार माता के दर्शन करने से आपकी हर इच्छा पूरी हो सकती हैं जी हां, आप बिल्कुल सही सुन रहे हैं मात्र 40 दिन तक लगातार माता के दर्शन करने से आपकी हर मनोकामना पूरी हो जाएंगी।
जब माता सती ने अग्निकुंड में आत्मदाह कर लिया तो इसकी जानकारी पाकर भगवान शिव जी यज्ञ स्थान पर पहुंचे और सती का शरीर लेकर तांडव नृत्य करते हुए भटकने लगे भगवान शिव जी के इस उग्र रूप को देखकर सभी देवता काफी चिंतित होने लगे तब जाकर भगवान विष्णु जी ने सुदर्शन चक्र से सती के शरीर को खंड खंड कर दिया था भगवान विष्णु जी द्वारा सुदर्शन चक्र के प्रहार से कई जगह पर सती के शरीर के अंग गिरे थे जहां जहां सती के शरीर के अंग गिरे उन सभी स्थानों पर शक्तिपीठों की स्थापना हुई और शिव जी ने कहा कि इन स्थानों पर भगवती की भक्ति भाव से आराधना करने पर हर इच्छाएं पूरी हो जाएंगी।
अगर आप यहां पर चैत्र नवरात्र और आश्विन मास के नवरात्र में आएंगे तो आपको यहां बहुत रौनक देखने को मिलेगी इस समय भारी संख्या में भक्त माता के दरबार में अपनी हाजिरी लगाने आते हैं आप माता के इस मंदिर में बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हैं खासकर नवरात्र के समय आने वाले भक्तों के लिए विशेष बसें चलाई जाती हैं यह मंदिर चंडीगढ़ से लगभग 10 किलोमीटर और हरियाणा के पंचकूला से करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यहां पर लोकल बसें और ऑटो रिक्शा की भी सुविधा उपलब्ध है।