एक पुरानी कहावत थी, ‘पीने वालों को पीने का बहाना चाहिए’. लेकिन इन दिनों सोशल मीडिया पर आई मीम्स की बाढ़ के बाद लग रहा है, कहावत बदलकर ‘हंसने वालों को हंसने का बहाना चाहिए’ हो गई है. हाल ही में जहां ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ को लेकर सोशल मीडिया पर कई मीम्स सामने आए तो अब फिल्म ‘केदारनाथ’ के ट्रेलर रिलीज के बाद इसका एक डायलॉग इंटरनेट पर छाया हुआ है.
जब निर्देशक अभिषेक कपूर ने सोमवार को फिल्म ‘केदारनाथ’ का ट्रेलर रिलीज किया. लेकिन उन्होंने भी नहीं सोचा होगा कि ट्रेलर में सारा अली खान और सुशांत सिंह राजपूत को छोड़कर किसी और का डायलॉग चर्चा का विषय बन जाएगा.
दरअसल ट्रेलर के एक सीन में फिल्म के हीरो मुक्कू (सुशांत सिंह राजपूत) के पिता का किरदार निभा रहे नितीश भारद्वाज कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, ‘नहीं होगा ये संगम, फिर चाहे प्रलय ही क्यों न आ जाए.’ बस सोशल मीडिया पर इस बात को बड़े फनी अंदाज के साथ पेश किया गया. यहां सभी यूजर्स अपने-अपने हिसाब से इस डायलॉग को कनेक्ट कर रहे हैं.
बता दें कि इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत और बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही सारा अली खान लीड रोल में हैं. फिल्म एक ऐसी लव स्टोरी है जो 2013 में केदारनाथ में हुई तबाही में पनपती है. इसलिए फिल्म में केदारनाथ की तबाही के मंजर को भी देखा जा सकता है.
हालांकि फिल्म ‘केदारनाथ’ के टीजर के रिलीज के बाद से ही हिंदू-मुस्लिम प्रेम कहानी को लेकर विरोध झेल रही है. हिंदू संगठनों का आरोप है कि फिल्म लव जिहाद को बढ़ावा देने का काम कर रही है.
बता दें कि भाजपा की मीडिया रिलेशंस टीम से जुड़े अजेंद्र अजय ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को लिखा कि सबसे खराब मानवीय आपदाओं में से एक की पृष्ठभूमि पर बनी यह फिल्म हिंदुओं की भावनाओं का मजाक बनाती है.
फिल्म के टीजर में मुख्य कलाकार सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान के बीच एक चुंबन दृश्य दिखाया गया है और इसके पोस्टरों में टैगलाइन है ‘‘लव इज ए पिलग्रिमेज’’, इस पर आपत्ति जताते हुए भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि यह हिंदू धर्म पर हमला है क्योंकि केदारनाथ करोड़ों हिंदुओं की आस्था को व्यक्त करता है.
लेकिन एक बात तय है कि इस फिल्म को लेकर बन रहे इन पोस्ट्स से ‘केदारनाथ’ को लेकर चल रही टेंशन कुम होती है और देखने वालों के चेहरे पर एक स्माइल तो आ ही जाती है.