कार्तिक कृष्ण चतुर्थी को करवाचौथ का व्रत किया जाता है। इस वर्ष करवाचौथ 27 अक्टूबर को है। सुहागिन महिलाओं के लिए इस व्रत का विशेष महत्व है, जो वे अपने पति की लंबी आयु के लिए करती हैं।
वहीं, कुछ जगहों पर अच्छे पति की कामना से कन्याएं भी यह व्रत रखती हैं। मगर, इस बार करवाचौथ शुक्रास्त के समय में मनेगा। शुक्र अस्त में शुभ कार्य वर्जित होते हैं जैसे विवाह, मुंडन संस्कार, गृह प्रवेश आदि।
दरअसल, शुक्र अस्त 16 अक्टूबर को शाम 5.53 मिनट पर पश्चिम में होगा। लिहाजा, शुक्र अस्त होने के कारण इस वर्ष करवाचौथ व्रत का उद्यापन नहीं होगा। शुक्रोदय एक नवंबर 2018 को होगा।
यह व्रत 12 वर्ष तक अथवा 16 वर्ष तक लगातार हर वर्ष किया जाता है। जो सुहागिन स्त्रियां आजीवन रखना चाहें, वे जीवनभर इस व्रत को कर सकती हैं।
करवाचौथ को लेकर अभी से बाजार सजने लगे हैं और दुकानों में रौनक दिखने लगी है। बाजारों में महिलाओं की भीड़ बढ़ने लगी है।