इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक भी ले ली। वहां के राष्ट्रीय टेलीविजन पर इसका सीधा प्रसारण भी किया गया। उनके अलावा इस्रायल के स्वास्थ्य मंत्री युली एडेलस्टीन ने भी वैक्सीन की दूसरी खुराक ली। वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने से पहले उन्होंने कहा कि मार्च तक देश के सभी नागरिकों को कोरोना के टीके लगा दिए जाएंगे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘मैंने देश में कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति के लिए फाइजर के साथ समझौता किया है, जो हमें मार्च के मध्य तक इस्रायल के सभी नागरिकों का टीकाकरण करने की अनुमति देगा। इससे हम फिर से सामान्य जनजीवन में लौट सकते हैं।’
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दरअसल, 19 दिसंबर, 2020 को उन्होंने अमेरिका की दवा कंपनी फाइजर और जर्मनी की कंपनी बायोएनटेक की वैक्सीन की पहली खुराक ली थी और इसके साथ ही वह टीका लगवाने वाले अपने देश के पहले व्यक्ति बने थे। उनके साथ इस्रायल के स्वास्थ्य मंत्री युली एडेलस्टीन को भी फाइजर वैक्सीन की पहली खुराक दी गई थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस्रायल अब तक अपनी आबादी के पांचवे हिस्से को टीका लगा चुका है, यानि यहां अब तक लगभग 18 लाख लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस्रायल को वैक्सीन की ज्यादा खुराक जल्द से जल्द मिल सके, इसके लिए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वैक्सीन की ज्यादा कीमत चुकाई है।
फाइजर वैक्सीन की एक खुराक के लिए जहां ब्रिटेन ने करीब 2700 रुपये चुकाए, तो वहीं इस्रायल ने इसके लिए करीब चार हजार रुपये दिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस्रायल के एक विपक्षी नेता ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी गिरती लोकप्रियता और अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने के लिए वैक्सीन की ज्यादा कीमत चुकाई।
इस्रायल के प्रधानमंत्री के अलावा सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद ने भी कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ले ली है। सऊदी की सरकारी प्रेस एजेंसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो साझा करते हुए यह जानकारी दी। आपको बता दें कि सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और उनके भाई प्रिंस खालिद बिन सलमान पहले ही वैक्सीन की पहली खुराक ले चुके हैं।