पाकिस्तान को तेल और गैस का एक नया भंडार मिला है. पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में ताल ब्लॉक के मामीखेल कुएं में इस भंडार को खोजा गया है. पाकिस्तान के प्रमुख अखबार एक्प्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, इस नए भंडार के मिलने के बाद ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए पाकिस्तान की आयात पर निर्भरता में कमी आएगी. इससे पाकिस्तान का आयात पर होने वाला खर्च भी कम होगा.

पाकिस्तान ऑयलफील्ड्स लिमिटेड (पीओएल) ने मंगलवार को पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज को जारी किए नोटिफिकेशन में कहा है, तेल और गैस के कुएं के परीक्षण में पता चला है कि इसकी प्रतिदिन 3240 बैरल तेल और 16.12 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक फीट गैस उत्पादन की क्षमता है.
पाकिस्तान में मार्च 2020 में प्रतिदिन 85000 बैरल तेल का उत्पादन किया गया. हालांकि, पाकिस्तान अपनी तेल जरूरतों का 80 फीसदी आयात के जरिए ही पूरा करता है.
पाकिस्तान प्रतिदिन 4 अरब क्यूबिक फीट से कम गैस का उत्पादन करता है जबकि उसकी जरूरत 7 अरब क्यूबिक फीट की है. गैस की मांग को पूरा करने के लिए भी पाकिस्तान आयात पर निर्भर है.
पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिक्स (पीबीएस) के मुताबिक, पाकिस्तान अपनी ऊर्जा जरूरत को पूरा करने के लिए 9.8 अरब डॉलर का आयात करता है जो उसके कुल आयात का करीब एक-चौथाई हिस्सा है. (पिछले 11 महीनों का रिकॉर्ड). पाकिस्तान ने पिछली जुलाई से मई महीने तक 40.86 अरब डॉलर का कुल आयात किया है.
ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक, मामीखेल साउथ-01 की खुदाई का काम अक्टूबर 2019 में शुरू किया गया था और 23 मई 2020 4939 मीटर की गहराई तक खुदाई की गई. उसके बाद हाइड्रोकार्बन डिपॉजिट का पता चला.
करीब एक साल पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान में एशिया का सबसे बड़ा तेल भंडार मिलने की उम्मीद जताई थी. इमरान खान ने कहा था कि अगर ये विशाल भंडार पाकिस्तान में मिलता है तो देश की तकदीर बदल जाएगी. हालांकि, केकरा-1 फील्ड में 6000 फीट से भी ज्यादा गहराई तक खुदाई के बाद भी कोई तेल भंडार हाथ नहीं लगा था.
पाकिस्तान के मिनिस्टर फॉर मैरीटाइम अफेयर्स ऐंड फॉरेन अफेयर्स अब्दुल्ला हुसैन हरून ने दावा किया था कि तेल के संभावित भंडार कुवैत के तेल भंडारों से भी ज्यादा बड़े होंगे.
पाकिस्तानी अधिकारियों ने अनुमान लगाया था कि पाकिस्तान के तेल भंडार 100 अरब बैरल के आंकड़े को पार कर सकते हैं. सऊदी अरब के पास अनुमानित प्रमाणित तेल भंडार 266 अरब बैरल्स है.
मार्च 2019 में पीएम इमरान खान ने कहा था कि वह जल्द ही देश के साथ एक अच्छी खबर साझा करेंगे. पाकिस्तानी पीएम ने अपने देशवासियों से अपील भी कर डाली थी कि वे प्रार्थना करें कि तेल भंडार को लेकर सारी उम्मीदें सच साबित हों.
हालांकि, अंत में इमरान खान को मायूसी ही हाथ लगी. कुछ आलोचकों ने कहा कि सरकार जानबूझकर निवेश का माहौल बनाने के लिए ऐसे दावे कर रही है.
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