आज के विकासशील भारत को देखते हुए ये कह पाना बहुत ही मुश्किल है कि यह देश कभी अंग्रेजों का गुलाम हुआ करता था। 15 अगस्त 1947 को मिली स्वतंत्रता प्राप्ति में महात्मा गांधी का कैसे और कितना योगदान है इसके बारे में हम बचपन से ही किताबों में पढ़ते और फिल्मों में देखते आए हैं। लेकिन उनके जीवन को करीब से जानने के साथ ही उनके संघर्षों से भी रूबरू होना चाहते हैं तो आज 30 जनवरी, उनकी पुण्यतिथि पर उन स्थलों का भ्रमण करें जहां उनकी यादों को संजो कर रखा गया है।
राजघाट
दिल्ली के मशहूर टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स में से एक है राजघाट। यमुना नदी के पश्चिमी किनारे पर बनी ये जगह इसलिए खास है क्योंकि यहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि है। काले रंग के संगमरमर पर बनी इस समाधि के ऊपर उनके द्वारा कहे गए अंतिम शब्द ‘हे राम’ लिखित हैं। उनका अंतिम विश्राम स्थल, स्वतंत्रता प्राप्ति में उनके अमूल्य योगदान को बयां करता है। देश-विदेश से आने वाले उच्च अधिकारी इस समाधि स्थल पर माल्यार्पण करने जरूर आते हैं। राजघाट को खूबसूरत बनाने का काम करते हैं आसपास लगे पेड़-पौधे और फव्वारे। स्मारक के कोने में एक ज्योति हमेशा जलती मिलेगी।
गांधी संग्रहालय
राजघाट के सामने बना है गांधी संग्रहालय। जहां उनसे जुड़ी हर एक चीज़ मूर्तियों, फोटोग्राफ्स और पेंटिंग्स को सहेज कर रखा गया है। यहां आने वाले टूरिस्ट्स को महात्मा गांधी के जीवन, उनके सिद्धांतों, उपदेशों पर बनी फिल्म दिखाई जाती है। वृहस्पतिवार को यह फिल्म नहीं दिखाई जाती है और शुक्रवार को यहां उनकी याद में प्रार्थना सभा का आयोजन होता है। साथ ही उनकी जन्मदिन और पुण्यतिथि पर भी यहां खास कार्यक्रमों का आयोजन होता है। संग्रहालय में जूते पहनकर प्रवेश करने की मनाही है।
पता- राजघाट के सामने, रिंग रोड, दिल्ली
समय- सुबह 10 बजे से शाम 5.30 बजे तक
अवकाश- सोमवार
गांधी स्मृति
महात्मा गांधी को समर्पित यह जगह पहले बिड़ला भवन के नाम से जाना जाता था क्योंकि जी डी बिड़ला के आवास को ही गांधी स्मृति का रूप दिया गया है। महात्मा गांधी अपने दिल्ली आगमन पर यहीं रूका करते थे। और अपने जीवन के अंतिम 144 दिन यहीं बिताए थे। शाम को प्रार्थना के लिए जाने के दौरान 30 जनवरी 1948 को उनकी हत्या कर दी गई थी। इस जगह उनके व्यक्तिगत जीवन से जुड़ी चीज़ों और फोटोग्राफ्स देखे जा सकते हैं। दोपहर 1 बजे से 1.30 बजे तक मल्टी-मीडिया शो भी देखने को मिलता है।
पता- 5, तीस जनवरी लेन, बिड़ला हाउस, नई दिल्ली
समय- सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक
अवकाश- सोमवार