रणजीत हनुमान मंदिर के पास बने विवादित मनी सेंटर को आखिरकार तोड़ दिया गया। लीज शर्तों के उल्लंघन के मामले में हाइकोर्ट ने इंदौर विकास प्राधिकरण को लीज निरस्ती का अधिकार दे दिया। इसके बाद यहां के व्यापारियों बेदखल करते हुए नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम ने रविवार सुबह मनी सेंटर को जमींदोज कर दिया। इसे तोड़ने के लिए 6 पोकलेन, 2 जेसीबी और 100 से भी अधिक निगम कर्मचारी और अधिकारी शामिल रहे।
भू-माफिया बॉबी छाबड़ा की इस मनी सेंटर को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इंदौर विकास प्राधिकरण के मुताबिक मनी सेंटर की ये जमीन अस्पताल निर्माण के लिए लीज पर दी गई थी, लेकिन स्वीकृत उपयोग की अनुमति के विपरीत यहां व्यवसायिक निर्माण कर उपयोग किया जा रहा था।
इसके बाद निगम ने इसे अवैध बताते हुए दुकानदारों को नोटिस दिए थे। शनिवार को इसे अंतिम रूप से रिमूव्हल के नोटिस दिए गए। रविवार सुबह इसे तोड़ की कार्रवाई की गई। यहां सुबह से ही नगर निगम और जिला प्रशासन की रिमूवल टीम और अधिकारी पहुंच गए थे। कुछ ही देर में जेसीबी और बुल्डोजर की मदद से पूरा कॉम्प्लेक्स जमींदोज कर दिया गया।