वर्षभर देवी अहिल्या समिति द्वारा चित्रकला, भजन, संगीत, नृत्य व अन्य प्रतियोगिता की जाती है। उसमें जो विजेता घोषित हुए है। उन्हें पुरस्कार भी समारोह में वितरित किए जाएंगे। पालकी यात्रा गांधी हाॅल से शुरू होगी।
मालवा प्रांत की शासक रही देवी अहिल्या बाई की पुण्यतिथि पर शुक्रवार को गांधीहाॅल से राजवाड़ा तक पालकी निकाली जाएगी। देवी अहिल्या प्रतिमा पर पूजन होगा। पालकी के आगे होलकरशासक राजा के वेश में कलाकार घोड़े पर सवार होंगे। शहर के बैंड, भजन मंडलियां भी यात्रा में शामिल होगी। पालकी शाम चार बजे निकलेगी। इसके अलावा शहर में अन्य कई जगह कार्यक्रम होंगे
सुबह देवी अहिल्या की प्रतिमा पर सुबह पूजन होगा। यहां अहिल्या स्तुती का सामूहिक गान कलाकार प्रस्तुत करेंगे। इंदौर के प्राचीन इंद्रेश्वर मंदिर में रुद्राभिषेक किया जाएगा। दोपहर में गांधी हाॅल में समारोह आयोजित किया जाएगा। जिसमें गुणीजनों का सम्मान होगा।
वर्षभर देवी अहिल्या समिति द्वारा चित्रकला, भजन, संगीत, नृत्य व अन्य प्रतियोगिता की जाती है। उसमें जो विजेता घोषित हुए है। उन्हें पुरस्कार भी समारोह में वितरित किए जाएंगे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद पालकी यात्रा गांधी हाॅल से शुरू होगी। पालकी में रखी देवी अहिल्या की प्रतिमा का शहरवासी पूजन करते है। पालकी के स्वागत के लिए दो किलोमीटर लंबे यात्रा मार्ग पर अनेक मंच लगाए जाएंगे। इसके अलावा दत्त माउली संस्थान द्वारा राजवाड़ा उद्यान में दो हजार से ज्यादा पार्थिव शिवलिंगों का रुद्राभिषेक किया जाएगा। इसमें अण्णा महाराज शामिल होंगे।
रुद्राभिषेक के बाद शिवलिंग नर्मदा नदी में विसर्जित किए जाएंगे। देवी अहिल्या की पुण्यतिथि पर कलेक्टर आशीष सिंह ने इंदौर जिले में आधे दिन का शासकीय अवकाश घोषित किया है। इसे लेकर उन्होंने आदेश जारी किए है। आदेश शहर के बैंकों व कोषालयों पर लागू नहीं होगा। इंदौर के देवी अहिल्या विश्व विद्यालय में भी कार्यक्रम रखा गया है।