देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में शुक्रवार को एक ऐसी घटना सामने आई जिसने मानवता को तार-तार कर दिया है. मध्य प्रदेश के इंदौर में बेघर बुजुर्गों को जानवरों की तरह एक ट्रक में भरकर शहर के बाहर छोड़ने की घटना सामने आई. इस घटना के संबंध में सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर तीन लोगों को निलंबित कर दिया गया है.
दरअसल, शुक्रवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें इंदौर नगर निगम की एक गाड़ी बेघर बुजुर्गों को शहर के बाहर देवास हाईवे पर सामान समेत छोड़ने पहुंची थी. हालांकि लोगों के विरोध के चलते गाड़ी बुजुर्गों को वापस लेकर वहां से चली गई.
बताया जा रहा है कि शहर के बाहर इंदौर-देवास हाईवे पर नगर निगम का ट्रक कुछ बेसहारा और बेघर बुजुर्गों को लेकर पहुंचा और उन्हें निगमकर्मी ट्रक से उतारने लगे. इसी दौरान स्थानीय लोगों ने निगम कर्मियों से शहर से बाहर यू हाईवे पर छोड़ने की वजह पूछी तो निगमकर्मी कोई साफ जवाब नहीं दे सके.
वायरल वीडियो में लोग बोलते दिख रहे हैं कि कम से कम बुजुर्गों को तो यहां मत छोड़ो और निगमकर्मियों को लगातार टोक रहे हैं. इसके बाद निगमकर्मी एक-एक कर सभी बुजुर्गों को वापस उसी ट्रक में डाल देते हैं जिस ट्रक में वह उन्हें लेकर शहर से बाहर लाए थे, और वहां से रवाना हो गए.
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. मामला संज्ञान में आते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद नगर निगम उपायुक्त प्रताप सोलंकी को निलंबित कर दिया गया है. वहीं दो अन्य निगम कर्मियों को भी बर्खास्त कर दिया गया है.
आपको बता दें कि इंदौर में कड़ाके की ठंड को देखते हुए लोगों को रैन बसेरा में शिफ़्ट करने के निर्देश दिए गए थे. इसके सुपर विजन का जिम्मा इंदौर नगर निगम के उपायुक्त प्रताप सोलंकी का था.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘आज इंदौर में नगर निगम कर्मचारियों द्वारा वृद्धजनों के साथ अमानवीय व्यवहार के संबंध में मुझे जानकारी मिली. इस मामले में जिम्मेदार नगर निगम उपायुक्त सहित दो कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने और कलेक्टर इंदौर को बुजुर्गों की समुचित देखभाल करने का निर्देश दिया है. बुजुर्गों के प्रति अमानवीय व्यवहार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. मेरे लिये नर सेवा ही नारायण सेवा है. हर वृद्ध को आदर, प्रेम और सम्मान मिलना चाहिए; यही हमारी संस्कृति है और मानव धर्म भी’
नगर निगम द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि ठंड को देखते हुए भिक्षुकों को पूरी संवेदनशीलता के साथ रैन बसेरा में शिफ़्ट करने के निर्देश दिए गए थे. यह देखा गया था कि अनेक स्थानों पर भिक्षुक ठंड में रात बिता रहे हैं. नगर निगम द्वारा हर साल की तरह मानवीय पहल करते हुए उन्हें सुरक्षित ढंग से रैन बसेरा में शिफ़्ट करने की कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे. किन्तु इस कार्य में लापरवाही की गई है. भविष्य में ऐसा घटना ना हो इसके लिए ठोस कार्रवाई की जा रही है.