वीडियो में वर्करों ने कहा कि उन्होंने बड़ी उम्मीदों से केजरीवाल का हाथ थामा था। लेकिन जैसे ही आप को पंजाब में लोक सभा चुनाव दौरान चार सीटें मिली दिल्ली वाले आप नेताओं ने पंजाब के लोगों को मूर्ख समझना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि सूबे में पहले आप नेता छोटेपुर फिर गुरप्रीत सिंह घुग्गी और अब खैरा को दिल्ली वालों ने साजिश के तहत पद से हटा दिया है।
उन्होंने कहा कि उनके हलके निहाल सिंह वाला के विधायक ने केजरीवाल से डरते हुए पंजाब के हित के लिए खडे़ होने वाले खैरा को दरकिनार किया। अगर नेतृत्व करने वालों से आलाकमान का तालमेल सही नहीं है तो वर्करों को परेशानी होगी ही।
जनता ने विधायक बनाया कि केजरीवाल ने
आप वर्करों ने हलके के विधायक मनजीत सिंह से कहा कि अंधाधुंध मतदान से जनता ने उन्हें विधायक बनाया है कि केजरीवाल ने। अगर केजरीवाल ने ही विधायक बनाना होता तो पूरे पंजाब की 117 सीटों पर आप के विधायक होते। आप वर्कर बलविंदर सिंह ने कहा कि अब वह अपने हलके निहाल सिंह वाला के विधायक मनजीत सिंह से सोशल मीडिया के जरिये अपील करते हैं कि उन्होंने चुनाव के समय जो फंद पार्टी को दिया वह वापस किया जाए। उन्होंने कहा कि विधायक ईमानदारी से दिया गया फंद वापस कर दें नहीं तो कानूनी प्रक्रिया से फंड विधायक से वापस लेंगे।
किसने कितना फंड दिया
गोधा सिंह ने 50 हजार रुपये का फंड दिया
निर्मल सिंह ने 15 हजार
लक्खा सिंह ने 41 हजार रुपये पार्टी को फंड दिया
सूबे के वर्करों से बोले-आप विधायकों से मांगें जवाब
बलविंदर सिंह ने कहा कि चुनाव से पहले विधायक और सांसद बडे़ बडे़ दावे करते थे लेकिन चुनाव के जीतने के बाद जब आप वर्करों ने कहा कि उनके क्षेत्र में नशा तस्करी हो रही है और नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जाए तो विधायक और सांसद ने वर्करों को जवाब दिया कि वह इस मामले में कुछ नहीं कर सकते। तुम अपने स्तर पर नशा तस्करों को तस्करी से रोको। आप वर्कर ने कहा कि अब वो चुप नही बैठेंगे।
वह पंजाब के हित में खैरा के साथ हैं। बलविंदर सिंह ने सूबे के आप वर्करों को कहा कि पंजाब के खिलाफ होकर दिल्ली वाले नेताओं के साथ खडे़ होने वाले पंजाब के आप विधायकों को अपने ग्रामीण क्षेत्रों में घुसने न दें और उनसे जवाब मांगें कि वह पंजाब के हित के लिए खैरा के साथ क्यों नहीं खडे़ हुए।