आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी व्यक्ति को ज़मीन से आसमान तक पहुंचाने की हिम्मत रखती है। इन्होंने अपनी नीतियों से मानव को यह बताना चाहा है कि कैसे केवल छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर वह अपने जीवन को ऊंचाईयों पर पहुंच सकता है। उन्होंने बहुत से विद्वानों को अर्थशास्त्र का पाठ पढ़ाया। राज्य को उन्नति पर ले जाने का मार्ग दिखाया। तो आईए जानें चाणक्य द्वारा बताई गई एक एेसी नीति जिसे अपनाने से बिज़नेस में लगातार हो रहे घाटे प्राॅफिट में बदल जाएंगे।
सफल बिज़नेस के लिए
आज हम आपको चाणक्य द्वारा बताए गए वे सूत्र प्रस्तुत करने जा रहे हैं, जिनका यदि आप अपने जीवन पर अमल कर लें तो आप भी सफल व्यापार खड़ा कर सकते हैं।
नया काम शुरू करने जा रहे हैं तो
आचार्य चाणक्य के अनुसार कोई भी नया बिज़नेस या फिर प्रोजेक्ट आरंभ करने से पहले हमें कुछ बातों की पुष्टि कर लेनी चाहिए। क्योंकि इन्हें परखे बिना आगे बढ़ना नुकसानदेह साबित हो सकता है। सबसे पहली बात जो आचार्य चाणक्य ने बताई है वह है सकारात्मक सोच। कोई भी नया काम आरंभ करने से पहले हमारी सोच स्थिर एवं सकारात्मक होनी चाहिए। नकारात्मक सोच के साथ इंसान कभी सफल नहीं हो सकता।
काम को आरंभ करने से पहले दो बातों की पुष्टि अवश्य कर लें – किस समय और किस जगह पर काम आरंभ होना चाहिए। तीसरी बात, आपके साथ इस काम में भागीदार कौन है, कौन आपकी मदद कर सकता है यह भी जान लें। जिस काम को आप आरंभ करने जा रहे हैं, क्या आप वाकई उस काम के लिए अनुकूल व्यक्ति हैं? क्योंकि यदि आप उसे सही से नहीं पर सकते, तो आप विकल्प खोज सकते हैं। इसी में ही सफलता प्राप्त होगी।
जब आप कोई नया काम आरंभ करने लगते हैं तो विभिन्न प्रकार के लोगों से आपकी काम के सिलसिले में मुलाकात होती है। इसलिए काम करने से ठीक पहले दिमाग में यह बात बिठा लें कि आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना है। चाणक्य के अनुसार तीखा एवं कड़वा बोलने वाले घाटे का सौदा कर बैठते
नया काम आरंभ करते समय हर कोई जोश में होता है। नए काम में मेहनत भी काफी लगती है, शारीरिक के साथ-साथ मानसिक क्षमता भी लगती है। ऐसे में सेहत का बिगड़ना संभव होता है। चाणक्य के अनुसर काम करते समय सेहत का ख्याल रखेंगे तो नुकसान से बचे रहेंगे।