महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ट्विटर पर काफी एक्टिव रहते हैं। हमेशा ऐसा कई बार देखा है वो अपने ट्विटर पर कुछ -कुछ मजेदार पोस्ट करते रहते हैं। इसके साथ ही अपने विचारों को भी दर्शाते रहते हैं । इस बार उन्होने कुछ ऐसा ही किया है। आनंद महिंद्रा ने एक खास ट्वीट किया है। इसमें ट्रक के पिछले हिस्से में लगे रियर अंडर रन प्रोटेक्शन डिवाइस के बारे में बताया है। अगर कोई कार ट्रक के पिछले हिस्से से टकराए तो यही हिस्सा लोगों की जान बचा सकता है। लेकिन इसमें सबसे दिलचस्प बात ये है कि आनंद महिंद्रा ने इस ट्वीट में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धन्यवाद किया है। चलिए जानते हैं इसके पीछे की वजह।
आपको बता दे आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर ग्लोबल सॉफ्टवेयर कंपनी UiPath के वाइस प्रेसिडेंट (यूरोप) तंसु येजेन (Tansu Yegen) के ट्वीट को रिट्वीट किया। येजेन ने इस बात की जानकारी ट्वीट करके बताई कि कैसे ट्रक के पीछे का छोटा-सा हिस्सा खतरनाक एक्सीडेंट में इंसानों की जान भी बचा सकता है। इसी पर महिंद्रा ने बताया कि ट्रक के पीछे मेटल के इस हिस्से को लगाना कितना जरूरी है। इसी बात को लेकर उन्होंने केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को धन्यवाद किया।
RUPD 2014 से अनिर्वाय है
भारत सरकार ने 2014 से इस नियम को अनिवार्य रूप से लागू किया था। आनंद महिंद्रा के अनुसार भारत में ट्रक निर्माताओं के लिए ट्रक के पिछले हिस्से में रियर अंडररन प्रोटेक्शन डिवाइस (RUPD) लगाना जरूरी है। ये डिवाइस गाड़ी में बैठे लोगों की जान बचा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि हमारे सभी ट्रेको में इसे लगाया जाता है ।
कैसे बचाता है लोगों की जान
ट्रक के पिछले हिस्से में बंपर मौजूद नहीं होता है। वहां पर जगह खाली होती है। इसके कारण अगर कोई कार ट्रक से टकराती है तो आमतौर पर ट्रक के नीचे चली जाती है। लेकिन ट्रक में अगर RUPD लगा है तो वो गाड़ी टकराने का दबाव झेलता है। इसके कारण एक्सीडेंट के समय गाड़ी का अगला हिस्सा थोड़ा ही डैमेज होता है इसके कारण लोगों की जान भी बच जाती है।
जानें क्या हैं इसके नुकसान
RUPD इससे कार के A पिलर पर दबाव के झेलने के लिए किया जाता है। इसलिए इसका सारा दबाव पैसेंजर कंपार्टमेंट पर पड़ता है। इसके कारण सवारी के सिर और ऊपरी हिस्से में चोट लगने का खतरा रहता है। इस तरह के एक्सीडेंट के कारण जान का खतरा अधिक बढ़ जाता है। लेकिन RUPD के जरिए ट्रक के पिछले हिस्से और गाड़ी की भिड़ंत बंपर से बंपर टकराने की तरह होती है। इसके कारण सवारी को कम नुकसान पहुंचता है।