भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने विवादों से बचने के लिए चीनी मोबाइल कंपनी वीवो के साथ 2020 के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मुख्य प्रायोजक के तौर पर करार कैंसिल कर दिया था। पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिसंक झड़क में डेढ़ दर्जन से ज्यादा भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। इसके बाद देश भर के लोगों ने चीनी सामानों का बहिष्कार शुरू कर दिया। इसी की वजह से बीसीसीआइ को भी वीवो के साथ करीब 400 करोड़ रुपये की डील कैंसिल करनी पड़ी। हालांकि, बीसीसीआइ को आज यानी 18 अगस्त को नया आइपीएल टाइटल स्पॉन्सर मिल जाएगा।
दरअसल, बीसीसीआइ आज आइपीएल 2020 के टाइटल स्पॉन्सर का ऐलान करने वाली है, जो कि सिर्फ इसी सीजन के लिए होगा। नीलामी प्रक्रिया के तहत 4 महीनों के लिए किसी भारतीय कंपनी को आइपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप मिलेगी। 18 अगस्त को बीसीसीआइ आइपीएल के 13वें सीजन के लिए मुख्य प्रायोजक के अलावा शेड्यूल का भी ऐलान कर सकती है, क्योंकि एक बीसीसीआइ अधिकारी ने कहा था कि हम यूएई के लिए रवाना होने से पहले लीग का पूरा शेड्यूल जारी कर देंगे। 19 अगस्त को ज्यादातर टीमें यूएई के लिए रवाना होने वाली हैं। ऐसे में अगले कुछ घंटे में शेड्यूल का ऐलान भी बोर्ड कर सकता है।
IPL टाइटल स्पॉन्सर की रेस में हैं ये कंपनियां
भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने जैसी वीवो के साथ इस साल के लिए मुख्य प्रायोजक वाली डील रद की थी तो कई भारतीय कंपनियों ने आइपीएल का टाइटल स्पॉन्सर बनने में दिलचस्पी दिखाई थी। इन एकदम देसी कंपनियों में टाटा एंड संन्स, ड्रीम इलेवन, बायजू, अनअकेडमी और पतंजलि का नाम शामिल है, जो आइपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप की रेस में हैं। हालांकि, बोली के तहत बीसीसीआइ फैसला करेगी कि किस कंपनी को इस साल के आइपीएल के मुख्य प्रायोजक के अधिकार दिए जाएं। हालांकि, माना जा रहा है कि बायजू इसमें बाजी मार सकती है, क्योंकि ये भारतीय ऑनलाइन एजुकेशन कंपनी भारतीय टीम की मैन स्पॉन्सर है। मैच नहीं होने की वजह से कंपनी को नुकसान भी हुआ है।