अफगानिस्तान में गुरुवार देर रात गिराए गए दुनिया के सबसे बड़े बम के धमाके में 36 आईएसआईएस आतंकी मारे गए हैं। अफगान सरकार ने इसकी पुष्टि कर दी है। इनमें केरल के निवासी मुर्शीद मोहम्मद की मौत की भी खबर है। एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) को गुरुवार को मुर्शीद के मारे जाने की सूचना मिली।
एनआईए अधिकारियों के मुताबिक, 24 साल के मुर्शीद के बारे में गुरुवार को अकमजीद नाम के एक साथी ने टेलीग्राम एप के जरिए उसके परिजनों को सूचित किया। मैसेज में लिखा था- ‘यहां हम अच्छी जिंदगी जी रहे हैं। वडक्केपुरम का हमारा एक और भाई मुर्शीद मारा गया। हम उसे शहीद मानते हैं बाकी अल्लाह बेहतर जानते हैं।’ मैसेज अफगानी नंबर से भेजा गया था।
परमाणु बम से कोई तुलना नहीं
अमरीका ने गुरुवार रात दुनिया का सबसे बड़ा बम जीबीयू-43 अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में आईएस आतंकियों की सुरंगों के नेटवर्क पर गिराया था। यहां 700 आतंकी बताए गए थे।
जीबीयू-43 भले ही दुनिया का का सबसे बड़ा बम है, लेकिन इसकी क्षमता की परमाणु बम से कोई तुलना नहीं। जीबीयू-43 से 11 टन टीएनटी का विस्फोट है जबकि नागासाकी में गिराए गए परमाणु से 21 किलोटन टीएनटी का विस्फोट हुआ था। यह लगभग 2000 गुना ज्यादा है।
केरल के 22 लोग आईएस में
करीब एक महीने पहले केरल का एक और युवक हफीसुद्दीन आईएस की ओर से लड़ते हुए ड्रोन हमलों में मारा गया था। हफीसुद्दीन के परिजनों ने एनआईए के सामने उसके मारे जाने की पुष्टि की थी। पिछले साल केरल मॉड्यूल से जुड़े 22 लोग पत्नी-बच्चों के साथ आईएस में शामिल हुए थे।