देश के प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के बाहर एक गाड़ी में पाए गए विस्फोटक के मामले में मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे को 23 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। यह फैसला मुंबई की एनआईए अदालत ने शुक्रवार को सुनाया।
इसके साथ ही विशेष एनआईए अदालत ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की प्राथमिक जांच के लिए सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) को एनआईए (राष्ट्रीय जांच अभिकरण) के दस्तावेजों तक पहुंच की अनुमति भी दे प्रदान कर दी।
बता दें कि वाजे को 13 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और उसकी एनआईए हिरासत समाप्त होने के बाद विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया था। विशेष न्यायाधीश पीआर सितरे ने निलंबित सहायक पुलिस निरीक्षक वाजे को 23 अप्रैल तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
जानकारी के अनुसार सचिन वाजे के वकील ने सुरक्षा का हवाला देते हुए अदालत से एक सुरक्षित सेल दिए जाने की मांग की। उल्लेखनीय है कि एनआईए ने उसे अपनी हिरासत में और रखने पर जोर नहीं दिया। आरोपी 13 मार्च को गिरफ्तारी के बाद से एनआईए की हिरासत में था।
एनआईए सूत्रों ने बताया कि वाजे एक और बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना में था। सूत्रों ने कहा कि हम यह देख रहे हैं कि क्या प्रदीप शर्मा ने उसे लॉजिस्टिक सहयोग उपलब्ध कराया था और परमबीर सिंह का बयान गवाह के तौर पर दर्ज किया गया है न कि संदिग्ध के तौर पर।
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