बड़ी खबर: अस्पताल में हुई मेडिकल स्टूडेंट की हत्या, शक के दायरे में है सभी डॉक्टर, वारदात के बाद....

बड़ी खबर: अस्पताल में हुई मेडिकल स्टूडेंट की हत्या, शक के दायरे में है सभी डॉक्टर, वारदात के बाद….

New Delhi: उत्तर प्रदेश के सेंट स्टीफंस अस्पताल में एक मेडिकल स्टूडेंट की हत्या कर दी गई है। हत्या धारधार ब्लेड से की गई है। शुक्रवार की सुबह सिटी स्कैन लैबोरेटरी के पास मृतक की डेड बॉडी पाई गई। बता दें कि मृतक मेडिकल डिपार्टमेंट में तीसरे वर्ष का छात्र था।बड़ी खबर: अस्पताल में हुई मेडिकल स्टूडेंट की हत्या, शक के दायरे में है सभी डॉक्टर, वारदात के बाद....अभी-अभी: सीएम योगी के एक मंत्री को देना होगा इस्तीफा, केवल चार सीटों पर ही होगा उपचुनाव

मृत लड़के का नाम शाशवत पांडे है। इलाहाबाद के शाशवत्त सेंट स्टीफंस अस्पताल के रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में इंटर्न के तौर पर काम कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि हत्या के मुख्य आरोपी साथी डॉक्टर सुएश गुप्ता इस वक्त फरार है। खबर है कि वो नेपाल भाग गया हैं। पुलिस ने कहा कि हमने कि गुप्ता के कार को आनंद विहार से जब्त कर लिया गया है। शाशवत्त के घर वालों ने आरोप लगाया है कि सुएश उनके बेटे को काफी दिनों से परेशान कर रहा था। 

 

 

पुलिस ने जब अस्पताल के सीटी स्कैन को चेक किया तो पांडे की डेड बॉडी सीढ़ियों पर खून से लतपत पाई। वहीं अस्पताल के मुख्य अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार की 1.40am पर सुएश गुप्ता को अंतिम बार जाते देखा गया। डीसीपी (उत्तर) जतिन नरवाल ने कहा, IPC की धारा 302 के तहत केस दर्ज कर ली गई है। उन्होंने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए जल्द एक पुलिस की टीम भेजी जाएगी।

 

फिलहाल पुलिस इस मामले में तेजी से जांच कर रही हैं। पुलिस ने पांडे की हत्या में किसी और का भी हाथ होने की आशंका जताई है। साथ ही सुएश के सोशल मीडिया प्रोफाइल को चेक किया जा रहा है। घटना 9 बजे के आसपास बताई जा रही है यही नहीं बताया गया कि रात में रेडियोलॉजी डिपॉर्टमेंट में कई बार कॉल किया गया लेकिन किसी ने भी इस कॉल का जवाब नहीं दिया। सुबह तक कोई खबर ना आने पर कर्मचारियों को शक हुआ तो उन्होंने बाहर से लगे ताले को तोड़ दिया जहां पांडे मृत पाया गया। 

 

वहीं पुलिस का कहना है कि हत्या 2 से 3 बजे की गई है। पुलिस को संदेह है कि अधिक खून निकलने की वजह से पांडेय की मृत्यु हो सकती है। साथ ही पांडे के फोन को दूर कर दिया गया ताकि वो किसी से मदद ना मांग सके। वहीं अारोपी सुएश के बारे में कहना है कि उसकी 2013 में अस्पताल में एंट्री हुई थी। पिछले एक साल में दुर्व्यवहार के लिए तीन बार निलंबित किया जा चुका है। अधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए पुलिस के एक टीम जल्द नेपाल के लिए रवाना होगी।

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