सिटीजन अमेंडमेंट बिल को लेकर नॉर्थ ईस्ट खासतौर से असम में हो रही हिंसा और विरोध को लेकर बीजेपी महासचिव राम माधव ने साफ किया है कि यह बिल ऐतिहासिक है. इससे किसी भी राज्य या समुदाय का अहित नहीं होगा. उन्होंने कहा, ‘खासतौर से असम के लोगों को मैं आश्वस्त करना चाहता हूं और हमारे गृह मंत्री अमित शाह ने भी आश्वस्त किया है कि जो असम अकॉर्ड का क्लोज सिक्स है, उसको हम इंप्लीमेंट करने की प्रोसेस में हैं.’
उन्होंने कहा, ‘असम के लोगों के जो भी इंटरेस्ट है, उनकी जो परंपरा है, संस्कृति है, उनके जो अधिकार हैं, उनको राज्य और केंद्र सरकार मिलकर प्रोटेक्ट करेगी. उनको किसी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है. यह बिल किसी भी प्रकार से उनके खिलाफ नहीं है. असम के लोगों को इसका स्वागत करना चाहिए और किसी भी के बहकावे में प्रोपेगेंडा में नहीं आना चाहिए.’
राम माधव का कहना है कि इस ऐतिहासिक बिल को संसद के दोनों सदनों में पास किया गया है. मोदी जी के नेतृत्व में गृह मंत्री अमित शाह इस बिल को लाए हैं. अब एक्ट बनने बाद देश के अंदर लाखों की संख्या में पाकिस्तान बांग्लादेश और अफगानिस्तान से विस्थापित होकर के यहां शरणार्थी हुए थे जो भारत में आए हैं, दशकों से इस देश में रह रहे थे उनको बहुत राहत मिलेगी.