ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम का चुनाव राष्ट्रीय राजनीति का केंद्र बन चुका है। भाजपा ने इस बार ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को उनके गढ़ में पछाड़ने की तैयारी की है। इसलिए पार्टी के दिग्गज नेता वहां प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं। आज प्रचार का आखिरी दिन है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के बाद रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यहां रोड शो करने पहुंच रहे हैं।
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव 2020 को वर्ष 2023 के तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले का टेस्ट माना जा रहा है। यही वजह है कि भाजपा ने राज्य के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की टीआरएस और असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के खिलाफ अपने दिग्गज नेताओं की फौज को उतार दिया है। बता दें कि राज्य में राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति की सरकार और उसके ओवैसी की एआईएमआईएम के साथ दोस्ताना रिश्ते हैं।
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम देश के बड़े नगर निगमों में से एक है। इस नगर निगम का कार्यक्षेत्र चार जिलों में फैला है। इसमें हैदराबाद, रंगारेड्डी, मेडचल-मलकजगिरी और संगारेड्डी आते हैं। इस इलाके में 24 विधानसभा क्षेत्र और तेलंगाना की पांच लोकसभा सीटें आती हैं। नगर निगम के 150 पार्षद के चुनाव हो रहे हैं। ओवैसी की पार्टी ने मात्र 51 सीटों पर प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं, जबकि भाजपा, कांग्रेस व टीआरएस ने सभी सीटों पर।
यही कारण है कि नगर निगम चुनाव में केसीआर से लेकर भाजपा, कांगेस से लेकर ओवैसी ने अपनी ताकत झोंक दी है। यहां एक दिसंबर को वोट डाले जाएंगे और चार दिसंबर को मतगणना होगी।