2 दिन बाद अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर गाजियाबाद में लगाए गए कांग्रेस के पोस्टर पर किसी ने कालिख पोत दी। इससे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी है। दरअसल, किसान कांग्रेस कमेटी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा 1989 में राम मंदिर शिलान्यास किए जाने का दावा करते हुए जिले भर में पोस्टर और होर्डिंग लगवाए थे। इनमें 5 अगस्त को मंदिर की भूमि का पूजन होने पर लोगों को शुभकामनाएं दी गईं हैं। सोमवार सुबह देखा गया कि किसी ने पोस्टर और होर्डिंग पर किसान कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष दीपक त्यागी की तस्वीर पर कालिख पोत दी। कांग्रेसियों का आरोप रहे है कि राजनीतिक द्वेष में यह कृत्य किया गया है।
पोस्टर और होर्डिंग में किसान कांग्रेस कमेटी ने दावा किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 9 नवंबर 1989 को अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया था। साथ ही पांच अगस्त को राम मंदिर की भूमि का पूजन और निर्माण कार्य शुरू होने पर देशवासियों को बधाई दी है। शहरी क्षेत्र के अलावा दुहाई, मुरादनगर और मोदीनगर में में विभिन्न स्थानों पर पोस्टर और होर्डिंग लगाए गए थे। किसी ने शनिवार न सिर्फ होर्डिंग फाड़े, बल्कि उन पर लगी किसान कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष दीपक त्यागी की तस्वीर पर कालिख पोत दी। बस अड्डा, चौधरी मोड़, मेरठ रोड समेत कई जगह कालिख पोत दी गई।
दीपक त्यागी का कहना है कि मैंने पोस्टर और होर्डिंग में सच्चाई बयां की है। किसी ने रजनीतिनक द्वेष में कालिख लगाई है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र यादव का कहना है कि भगवान श्रीराम सबके आराध्य हैं। उन्होंने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1989 में मंदिर का शिलान्यास किया था। पोस्टर और होर्डिंग में सिर्फ इतने तथ्य से लोगों को अवगत कराया गया है। यह राजनीति का हिस्सा नहीं है। अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मंदिर का निर्माण शुरू करने के लिए भूमि पूजन किया जा रहा है। जिस पर हो-हल्ला कर भाजपा राजनीति और श्रेय लेने का प्रयास कर रही है। किसी ने द्वेष में ही कालिख पोतने का काम किया है।