अयोध्या। श्रीरामजन्म भूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र बुधवार शाम करीब साढ़े चार बजे अयोध्या पहुंचे। उन्होंने हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन करने के बाद रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। वे सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे। 25 व 26 फरवरी को नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में राममंदिर निर्माण समिति की बैठक प्रस्तावित है।
बैठक में राममंदिर के नींव कार्य शुरू करने की तिथि तय होगी साथ ही साथ अयोध्या सहित रामजन्मभूमि परिसर की भव्यता को लेकर भी कंसल्टेंट एजेंसियों के साथ मंथन करेंगे। अयोध्या में श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक गुरुवार से शुरू होगी। बैठक में शामिल होने के लिए राममंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र बुधवार शाम अयोध्या पहुंच गए हैं।
वे गुरुवार सुबह रामजन्मभूमि परिसर का निरीक्षण कर नींव खोदाई कार्य देखेंगे। साथ ही मंदिर निर्माण की प्रगति की जानकारी लेंगे। इसके बाद सर्किट हाउस में ट्रस्ट के पदाधिकारियों सहित टाटा कंसल्टेंसी, एलएंडटी के इंजीनियरों के साथ बैठक करेंगे। इस बार बैठक में अयोध्या के ग्लोबल विकास के लिए चयनित की गई एलएई एसोसिएट व सीबी कुकरेजा के अधिकारी भी शामिल होंगे।
इन अधिकारियों के साथ मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष अयोध्या सहित रामजन्मभूमि की भव्यता पर मंथन करेंगे। बैठक में राममंदिर का नींव कार्य शुरू करने की तिथि तय की जा सकती है। साथ ही नींव का डिजाइन पर इंजीनियरों द्वारा पेश किया जाएगा। नींव में लगने वाले मटेरियलों के अध्ययन की रिपोर्ट भी नृपेंद्र मिश्र के समक्ष पेश की जाएगी।
राममंदिर की नींव में मिर्जापुर के पत्थरों का इस्तेमाल किया जाना है। जिसकी एक खेप अयोध्या पहुंच चुकी है। इसे श्रीरामजन्मभूमि परिसर में रखा गया है। बताया गया कि चूंकि अब नींव खोदाई का कार्य किया जा रहा है। जैसे ही नींव खोदाई का काम पूरा होगा वैसे ही आवश्यक पत्थरों की खेप भी अयोध्या आ जाएगी। राममंदिर की नींव में मिर्जापुर के पत्थर लगाए जाएंगे। नींव में करीब तीन हजार घन फीट पत्थरों की आवश्यकता है। नींव खोदाई का कार्य अब अंतिम चरण में है, करीब चालीस फीट तक नींव खोदाई की जा चुकी है।