अयोध्या में रामलला के मंदिर की नींव की खुदाई आज मंगलवार भोर से शुरू हो गई. पांच अगस्त के बाद अब आठ सितंबर भी इतिहास में दर्ज हो गया. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के मुताबिक, भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा भी इस अवसर पर अयोध्या में जन्मभूमि परिसर में ही मौजूद हैं.

श्रीराम जन्मभूमि परिसर में गहराई तक खुदाई करने वाली भारी भरकम विशिष्ट और अत्याधुनिक कैसाग्ग्रैंड और अन्य मशीनें लाई जा चुकी हैं.
सोमवार को लार्सन एंड टुब्रो के विशेषज्ञ इंजीनियरों की टीम ने मशीनों को एसेंबल कर उनकी पूरी जांच की. न्यास के अधिकारियों के मुताबिक पहले चरण में सौ मीटर गहराई तक कुएं खोदने की तरह खुदाई होगी.
इसके बाद फिर इसे दो सौ मीटर गहराई तक खोदा जाएगा. आखिरी तल में खंभों का चौरस आधार भी बनाया जाएगा. भवन निर्माण समिति से जुडे़ एक विशेषज्ञ ने बताया कि ऐसी कुओं वाली खुदाई में अत्यंत मजबूत और शक्ति में सदियों बेअसर रहने वाले खंभे बनाए जाएंगे, जिन पर श्री राम मंदिर अवस्थित होगा. ऐसे 1200 खंभे होंगे.
खुदाई के अलावा भी भूमि के भीतर रोबोट की तरह कई अन्य काम करने वाली मशीनें भी समय समय पर लाई जाती रहेंगी. गौरतलब है कि भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा कल ही अयोध्या पहुंचे हैं. वह दो दिन तक निर्माण गतिविधियों की समीक्षा करेंगे और न्यास के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.
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