अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारतीय-अमेरिकी सुरक्षा विशेषज्ञ राधा अयंगर प्लंब को पेंटागन की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। प्लंब को पेंटागन के एक शीर्ष पद ‘डिफेंस फार ऐक्विजिशन एंड सस्टेनमेंट’ के उप अवर सचिव के पद के लिए नामित किया गया है। वर्तमान में प्लंब उप रक्षा सचिव के चीफ आफ स्टाफ के रूप में कार्यरत हैं।
Google-Facebook में भी किया काम
चीफ आफ स्टाफ के रूप में अपनी नियुक्ति से पहले प्लंब गूगल (Google) में रिसर्च एंड इनसाइट्स फार ट्रस्ट एंड सेफ्टी के निदेशक थीं, जिन्होंने बिजनेस एनालिटिक्स, डेटा साइंस और तकनीकी अनुसंधान पर अपनी क्रास फंक्शनल टीमों का नेतृत्व किया। इससे पहले उन्होंने फेसबुक (Facebook) में ग्लोबल हेड आफ पालिसी एनालिसिस के रूप में भी काम किया है, जहां उच्च-जोखिम सुरक्षा और महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया।
कई बड़े विभागों में वरिष्ठ पदों पर भी रहीं
प्लंब रैंड (RAND) कार्पोरेशन में एक वरिष्ठ अर्थशास्त्री भी थीं, जहां उन्होंने रक्षा विभाग में तैयारी और सुरक्षा प्रयासों के माप और मूल्यांकन में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने रक्षा विभाग, ऊर्जा विभाग और व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर कई वरिष्ठ स्टाफ पदों पर भी कार्य किया है।
अर्थशास्त्र में पी.एच.डी और एमएस
अपने करियर की शुरुआत में, प्लंब लंदन स्कूल आफ इकोनामिक्स में सहायक प्रोफेसर थीं और उन्होंने हार्वर्ड में पोस्टडॉक्टरल के रूप में काम किया। उन्होंने प्रिंसटन विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पी.एच.डी और एमएस प्राप्त किया और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बी.एस. किया।
कई भारतीय मूल के लोगों को बाइडन ने दी बड़ी जिम्मेदारी
व्हाइट हाउस ने पिछले महीने एक बयान में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन भारतीय-अमेरिकी करियर राजनयिक गौतम राणा को स्लोवाकिया में नए अमेरिकी राजदूत असाधारण और पूर्णाधिकारी के रूप में नामित करने के लिए तैयार हैं। इससे पहले बिडेन ने अप्रैल में भारतीय-अमेरिकी राजनयिक रचना सचदेवा कोरहोनेन को माली में अपना दूत नामित किया था, जो एक महीने से अधिक समय में किसी भारतीय-अमेरिकी के लिए इस तरह का तीसरा नामांकन है।
वहीं मार्च में, राष्ट्रपति बिडेन ने दो भारतीय-अमेरिकियों को अमेरिकी दूत के रूप में नामित किया। उन्होंने राजनयिक पुनीत तलवार को मोरक्को में देश का राजदूत और राजनीतिक कार्यकर्ता शेफाली राजदान दुग्गल को नीदरलैंड में अपना दूत नामित किया।