अपने पापा की परी बनकर पूरे देश में यहां वहां डोलती फिरी एक लेखिका जब शादी करके परदेस चली जाती है तो क्या करती है? अपने ख्वाबों को पंख लगाती है या फिर पारिवारिक जिम्मेदारियों में फंसकर अपने सपनों को कुचल देती है। ये संभावनाएं या आशंकाएं हर बेटी के सामने आती ही हैं, लेकिन बेटी अगर गुंजन कुठियाला सी हिम्मतवाली है तो वह सब कुछ करने के बाद भी अपने सपनों को जीने का तरीका निकाल ही लेती है। ओटीटी पर तेजी से लोकप्रिय हो रहीं फिल्मावलियों (एंथोलॉजी) ‘लस्ट स्टोरीज’, ‘घोस्ट स्टोरीज’, ‘फॉरबिडेन लव’ और ‘नवरस’ में नया नाम जुड़ा है, ‘ग्रे स्टोरीज’ का, जिन्हें बनाया है अमेरिकी फिल्ममेकर गुंजन कुठियाला ने।
अमेरिका के न्यूहैम्पशायर में रहने वालीं गुंजन कुठियाला मीडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताती हैं कि उनके पास अपने देश भारत की ढेर सारी कहानियां हैं। पिता उनके सरकारी सेवा में थे और उनके साथ साथ उन्होंने पूरा देश मथ डाला है। वह कहती हैं कि रिश्ते ही उनकी धरोहर हैं और ये किस्से ही उन्हें सात समंदर पार अपने देश से जोड़े रखते हैं। इन्हीं किस्सों को कहने का बीड़ा अब गुंजन ने एक फिल्ममेकर के रूप में उठाया है।
गुंजन को बतौर फिल्म निर्माता अपनी इस कोशिश में बड़ी कामयाबी तब मिली जब उन्होंने घरेलू किरदारों के लिए मशहूर रहीं अभिनेत्री भाग्यश्री को एक बोल्ड कहानी में पेश करने में कामयाबी पाई। भाग्यश्री को भी सिनेमा में वापसी के लिए ये कहानी बहुत सटीक लगी। भाग्यश्री के अलावा गुंजन ने जुगल हंसराज की भी ‘ग्रे स्टोरीज’ में वापसी कराई है। साथ ही इस फिल्मावली की एक कहानी में चर्चित हास्य कलाकार किकू शारदा को एक रोमांटिक रोल में देखना भी दिलचस्प रहेगा। गुंजन के मुताबिक इन चार फिल्मों की एंथोलॉजी में इन कलाकारों के अलावा समीर सोनी, हितेन तेजवानी, गौरव गेरा, राइमा सेन, सादिया सिद्दीकी, अदिति गोवित्रिकर आदि ने भी दमदार किरदार निभाए हैं।
‘ग्रे स्टोरीज’ को गुंजन ने एक खास मकसद से बनाया है। वह कहती हैं, ‘इसमें कोई शक नहीं कि मेरी चारों कहानियां काफी बोल्ड विषय पर बनी हैं। इनमें स्त्री पुरुष संबंधों के अलावा एक स्त्री से दूसरी स्त्री से ही संबंधों को भी एक स्त्री के ही नजरिए से दिखाने की कोशिश की गई है। लेकिन, एक फिल्म निर्माता की हैसियत से इन कहानियों के जरिए मैं ये कहना चाहती हूं कि रूढ़ियों को तोड़कर किसी ज्वलंत विषय पर फिल्म बनाने के लिए अश्लीलता की जरूरत नहीं है। निर्वसन होना एक कला है। भारतीय संस्कृति में और इसकी स्थापत्य कला में निर्वसना स्त्री को बहुत कलात्मक तरीके से प्रस्तुत किया है। लेकिन, ये नग्नता से अलग है। बोल्डनेस को कुछ लोगों ने न्यूडिटी से जोड़ दिया है, जिसका प्रतिकार मैंने अपनी इन फिल्मों में किया है।’
गुंजन कुठियाला ने भारत में लंबा समय मीडिया में ही व्यतीत किया है। अमेरिका में उन्होंने मानव संसाधन का कार्य करते हुए मानवीय संवेदनाओं को करीब से समझने की कोशिश की है। फिल्म मेकिंग में उनके इस प्रयास को देश विदेश में काफी वाहवाही भी मिल रही है। इन चारों फिल्मों की एंथोलॉजी को गुंजन किसी ऐसे ओटीटी पर रिलीज करना चाहती हैं, जो भारत और अमेरिका दोनों जगह इन्हें अच्छे से प्रसारित प्रचारित कर सके। ‘ग्रे स्टोरीज’ के पोस्ट प्रोडक्शन का काम इन दिनों तेजी से चल रहा है और जल्द ही इसे रिलीज करने की तैयारी शुरू हो जाएगी। गुंजन ने अपनी अगली फिल्म पर भी काम शुरू कर दिया है, जिसकी पटकथा पर काम वह एक भारतीय लेखक के साथ मिलकर कर रही हैं।