US Federal Reserve ने 18 सितंबर को ब्याज दर में आधा फीसदी यानी 0.50 प्रतिशत की कटौती कर दी। इस कटौती के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली। वहीं विश्लेषकों के अनुसार फेड के फैसले का असर गोल्ड की कीमतों पर भी पड़ सकता है। फेड रिजर्व के फैसलों का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ेगा।
कोविड महामारी के बाद अमेरिकी के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) ने ब्याज दर में कटौती का एलान किया है। जी हां, 18 सितंबर 2024 को फेड रिजर्व ने घोषणा कि ब्याज दर में 0.50 फीसदी की कटौती कर दी गई है। ब्याज दर में कटौती (US Federal Rate Cut) के एलान के बाद अमेरिकी शेयर मार्केट (America Share Market) में तेजी देखने को मिली।
बता दें कि उम्मीद की जा रही है कि फेड के फैसले के बाद स्टॉक के साथ गोल्ड की कीमतों में भी तेजी आ सकती है। विश्लेषकों ने पहले से उम्मीद जताई थी कि फेड इस बार ब्याज दरों में कटौती करेगा।
फेड के फैसलों का असर आज शेयर बाजार पर भी देखने को मिल सकता है। मार्केट एक्पर्ट ने बताया कि आज बाजार में किस सेक्टर के शेयर फोकस में रहेंगे।
इन सेक्टर पर रखें नजर
मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार फेड के फैसलों का असर आईटी और फार्मा सेक्टर के शेयर पर दिखेगा। अगर फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में रुपया मजबूत होता है तो एक्सपोर्ट करने वाली कंपनी पर इसका नेगेटिव असर पड़ सकता है। इस वजह से आईटी और फार्मा के शेयर पर दबाव बढ़ सकता है।
बता दें कि अमेरिका में ब्याज दर में कटौती होने के बाद लोन सस्ता हो जाएगा। इससे बैंकिंग और फाइनेशियल कंपनियों को सीधा फायदा पहुंचेगा। इसके अलावा जिन कंपनियों ने ज्यादा कर्ज लिया है उन्हें भी फेड के फैसलों से फायदा होगा। ऐसे में मार्केट इन्वेस्टर की नजर इन सेक्टर पर होनी चाहिए।
बैंकिंग सेक्टर पर रखें नजर
फेड के फैसले के बाद बैंकिंग सेक्टर के शेयर में तेजी देखने को मिल सकती है। दरअसल, ब्याज दर घटने के बाद सिक्योरिटी यानी बॉन्ड्स में तेजी आएगी, जिससे बैंक को फायदा होगा। अगर बॉन्ड्स यील्ड में तेजी आती है तो बैंक को कैपिटल गेन्स मिलेगा, जो कि बैंक के इनकम और प्रॉफिट को प्रभावित करेगा।
बैंकिंग सेक्टर के साथ रियल्टी सेक्टर को भी हो सकता है फायदा। दरअसल, मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार ब्याज दर में कटौती के बाद होम लोन (Home Loan) सस्ते हो जाएंगे। होम लोन के सस्ते हो जाने के बाद रियल्टी सेक्टर में डिमांड बढ़ सकती है।
RBI ले सकता है फैसला
उम्मीद जताई जा रही है कि फेड के फैसले के बाद देश के केंद्रीय बैंक (RBI) भी कोई फैसला ले सकता है। 7 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक आरबीआई की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक (RBI MPC Meet) होगी। इस बैठक में रेपो रेट (Repo Rate) को लेकर फैसला लिया जा सकता है। पिछले फरवरी 2023 के बाद से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ऐसे में अब फेड के फैसले के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि आरबीआई भी रेपो रेट में कटौती कर सकती है।