इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ट्रिपल तलाक को असंवैधानिक बताया है और कहा है कि इससे मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों का हनन होता है। कोर्ट ने कहा कि कोई भी पर्सनल लॉ बोर्ड संविधान से ऊपर नहीं है। हाई कोर्ट ने ट्रिपल तलाक को लेकर दो मुस्लिम महिलाओं की तरफ से दाखिल याचिका पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की।

इस टिप्पणी को लेकर अमर उजाला ने अपने पाठकों के साथ एक पोल सर्वे किया। जिसमें पाठकों से पूछा गया ‘क्या ट्रिपल तलाक महिलाओं के प्रति क्रूरता है?’
इस पोल में 10574 पाठकों ने हिस्सा लिया। इसमें 80.65 ((8528 votes)) फीसदी लोगों का जवाब ‘हां’ में आया। वहीं 17.41 फीसदी नहीं 17.41% (1841 votes) लोगों ने इसे गलत माना। जबकि 1.94 फीसदी कह नहीं सकते 1.94% (205 votes) लोगों ने कहा कि वह इस मामले में कह नहीं सकते।