बर्लिन के बाद अब लंदन से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने RSS की तुलना अरब देशों के मुस्लिम ब्रदरहुड से की है.
लंदन स्थित थिंक टैंक इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज में लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘आरएसएस की सोच अरब देशों के मुस्लिम संगठन ब्रदरहुड जैसी है. आरएसएस भारत की प्रकृति को बदलने की कोशिश कर रहा है. अन्य पार्टियों ने भारत की संस्थाओं पर कब्जा करने के लिए कभी हमला नहीं किया, लेकिन आरएसएस कर रहा है.’
RSS का था नोटबंदी का फैसलाः राहुल गांधी
शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष ने नोटबंदी के फैसले को भी आरएसएस का निर्णय करार दिया. उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी का विचार वित्तमंत्री और आरबीआई को नज़रंदाज़ करके सीधे आरएसएस से आया और प्रधानमंत्री के दिमाग में बैठा दिया गया.’ उन्होंने कहा, ‘अगर आप अपने देश के ढांचे को गहराई से समझते हैं, तो आप संतुलित ताकत का इस्तेमाल करेंगे. आज मैं भारत को अपनी ताकत बढ़ाते नहीं देख पा रहा हूं.’
राहुल गांधी ने कहा, ‘साल 1947 में पश्चिम को भारत पर भरोसा नहीं था, लेकिन भारत ने पश्चिम को गलत साबित कर दिया. हमें सफलता इसलिए मिली, क्योंकि हजारों लोगों ने संस्थाओं का निर्माण किया और यही वो संस्थाएं हैं, जिन पर आज हमले हो रहे हैं.’
बर्लिन से भी कांग्रेस अध्यक्ष ने RSS पर बोला था हमला
इससे पहले बर्लिन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस और बीजेपी पर वार किया था. उन्होंने कहा था कि बीजेपी और कांग्रेस में विचारधारा का अंतर है. आरएसएस में कभी आपको कोई महिला नहीं दिखेगी. वो लोग महिलाओं के साथ भेदभाव करते हैं, लेकिन कांग्रेस में ये आपको नहीं दिखेगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, वो लोग नफरत फैला रहे हैं.
बर्लिन में राहुल गांधी द्वारा बोले गए हमले पर RSS ने भी पलटवार किया. आरएसएस के प्रवक्ता राजीव तुली ने कहा कि राहुल गांधी को दिन-रात RSS के सपने आते हैं. उन्हें हमारी चिंता न करते हुए अपनी पार्टी की चिंता करनी चाहिए. तुली ने कहा कि RSS के सपने देखने के कारण राहुल गांधी की पार्टी 44 सीटों पर आ गई. कहीं ऐसा न हो कि अगले लोकसभा चुनाव में उनकी सीटें और भी कम हो जाएं.
राजीव तुली ने कहा कि RSS का गठन साल 1925 में हुआ था. इसके बाद साल 1936 में राष्ट्र सेविका समिति बनी थी. इसकी देश में 5,000 से अधिक शाखा लगती हैं, जो देश में महिलाओं के विकास के लिए काम करती है.
उन्होंने यह भी कहा, ‘मैं राहुल गांधी के सलाहकारों से कहना चाहता हूं कि कांग्रेस अध्यक्ष को एक बार आरएसएस की शाखा में आना चाहिए और एक दो साल संघ में बिताने चाहिए. उसके बाद उनको देश की आत्मा और देश की संस्कृति का ज्ञान हो जाएगा.’
कौन है मुस्लिम ब्रदरहुड?
मुस्लिम ब्रदरहुड एक सुन्नी इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन है, जिसकी स्थापना साल 1928 में मिस्र में हुई थी. मिस्र समेत कई अरब देशों में सत्ता परिवर्तन के लिए होने वाले विद्रोह के लिए इसी संगठन को ही जिम्मेदार माना जाता है.