अडानी समूह ने अब कृष्णापट्टनम पोर्ट कंपनी लिमिटेड (KPCL) पर नियंत्रण हासिल कर लिया है. अडानी समूह की कंपनी अडानी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) ने करीब 12,000 करोड़ रुपये के सौदे में केपीसीएल का अधिग्रहण पूरा कर लिया है.

कंपनी ने देश में निजी क्षेत्र के इस दूसरे सबसे बड़े इस बंदरगाह में 75 प्रतिशत नियंत्रक हिस्सेदारी खरीदी है. उसने कहा है कि इस अधिग्रहण से 2025 तक बंदरगाह क्षेत्र में उसकी माल रखरखाव एवं लदान-उतरान की क्षमता बढ़कर 50 करोड़ टन सालाना तक पहुंच जाएगी.
अडानी समूह की कंपनी APSEZ के पास पहले से ही करीब 11 बंदरगाह और टर्मिनल हैं. इनमें मुंद्रा, दाहेज, कांडला और हजीरा (गुजरात), धर्मा (ओडिशा), मॉर्मुगाव (गोवा), विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश), कत्तूपल्ली और एन्नोर (तमिलनाडु) शामिल हैं.
कृष्णापट्टनम पोर्ट कंपनी के इस अधिग्रहण के साथ APSEZ को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2020-21 तक उसकी बाजार हिस्सेदारी 21 फीसदी से बढ़कर 25 फीसदी तक पहुंच जाएगी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कंपनी ने एक बयान में बताया, ‘अडानी समूह की भारत की सबसे बड़े बंदरगाह विकासकर्ता, परिचालक और साजो-सामान उपलब्ध कराने वाली कंपनी APSEZ ने आज 12,000 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर केपीसीएल का अधिग्रहण सौदा पूरा करने की घोषणा की है. इस सौदे के बाद केपीसीएल में एपीएसईजैड की 75 प्रतिशत की नियंत्रक हिस्सेदारी हो जाएगी.’
कंपनी ने सीवीआर ग्रुप और अन्य निवेशकों से यह हिस्सेदारी खरीदी है. केपीसीएल विविध तरह के सामान के आवागमन की सुविधा देने वाला बंदरगाह है. यह आंध्र प्रदेश में स्थित है जहां देश का दूसरा सबसे बड़ा समुद्र तटीय क्षेत्र पड़ता है.
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