हर मनुष्य की ये इच्छा होती है की उसे मरने के बाद अच्छा और उत्तम स्थान प्राप्त हो लेकिन ऐसा नहीं होता मनुष्य को अपने कर्म के अनुसार फल मिलता है जैसा मनुष्य का कर्म रहेगा वैसा उसे फल प्राप्त होगा मनुष्य के अच्छे कर्म के वजह से ही उसे उत्तम स्थान पक्राप्त हो सकता है.लालू की ‘BJP भगाओ, देश बचाओ’ रैली में नहीं शामिल होंगी सोनिया गांधी, मायावती ने भी…
लेकिन इस समय दिन बहुत शुभ चल रहा है और यही दिन है की आप म्रत्यु के बाद उत्तम स्थान पा सकते है. इस महीने गणेश चतुर्थी का त्यौहार आ रहा है इस त्यौहार के बाद अगले महीने एकादशी का त्यौहार आएगा. अगर आपने एकादशी के दिन ये कार्य कर लिए तो आपको उत्तम स्थान प्राप्त हो सकता है।
इस माह को भाद्रपद कृष्ण एकादशी यानी अजा एकादशी पड़ रही है। हिदू धर्म में एकादशी की बहुत मान्यता है. भगवान मधुसुदन के अनुसार अजा एकादशी मनुष्य के समस्त पापों का नाश करने वाली होती है। प्राचीनकाल में यह ज्ञान महाऋषि गौतम ने चक्रवर्ती सम्राट हरिश्चंद्र को दिया था। एकादशी के दिन भगवान विष्णु के ऋषिकेश रूप की पूजा की जाती है। एक्काद्शी के दिन जाकर माँ लक्ष्मी के ऊपर कमलगट्टे चढाने चाहिए.
इस एकादशी के दिन श्रीहरि की पूजा का विशेष महत्व होता है इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है एकादशी तिथि के दिन किये गए जप तप और दान का पुन्य कई हज़ार गुना होता है. इस दिन भगवान विष्णु के समक्ष शुद्ध घी के दीपक जालाने चाहिए. इसके बाद गुलाब की अगरबत्ती जलाकर उन्हें अबीर अर्पित करें। गुलाबी रंग के फूल अर्पित करने के बाद मखाने से बनी हुई खीर का भोग लगायें।
तुलसी की माला से इस विशिष्ट मंत्र का जाप 108 बार करें तत्पश्चात खीर को प्रसाद के रूप में बाँट दें। इस पूजा को करने के बाद व्यक्ति को मृत्यु के बाद उत्तम लोक की प्राप्ति होती है। लेकिन साथ ही इस दिन वर्जित कार्य करने से सभी पुण्यो का फल समाप्त हो जाता है. ये हम आपको बताते है की एकादशी के क्या नहीं करना चाहिए.
एकादशी के दिन चावल नहीं खाना चाहिए, क्योकि चावल खाने मन चंचल होता जिससे मनुष्य का मन प्रभु से हट जाता है.
एकादशी के दिन किसी भी प्रकार की नशीली वस्तु का सेवन नहीं करना चाहिए.