कांग्रेस में पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग जोर पकड़ने लगी है. इस बीच कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक किताब को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह निकट भविष्य में पार्टी की बागडोर नहीं संभालने जा रही हैं और राहुल गांधी ही उनके नेता हैं. प्रियंका से पूछा गया कि क्या वह पार्टी का नेतृत्व करेंगी. इस पर उन्होंने इनकार करते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने पर फोकस करेंगी.
प्रियंका ने कहा कि अगर कोई गैर गांधी परिवार का कांग्रेस अध्यक्ष बनता है तो उन्हें उसके साथ काम करने में कोई दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि उनका परिवार राहुल गांधी के अध्यक्ष पद छोड़ने के फैसले और गांधी परिवार के अलावा किसी को अध्यक्ष बनाए जाने की सलाह का सम्मान करता है. यह बातचीत लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद की गई थी.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने निकट भविष्य में पार्टी की जिम्मेदारी संभालने की बात से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि वह उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने पर फोकस करेंगी. उन्होंने कहा, ”मैं कहना चाहूंगी कि मेरे लिए मेरा भाई ही लीडर है और वह हमेशा रहेगा. दूसरी बात, मुझे लगता है कि सैकड़ों लोग उत्तर प्रदेश और देश के दूसरे भाग में हैं जो बीजेपी के खिलाफ लड़ने में सक्षम हैं. वे युवा नेता भी हैं. मैं भविष्य की बात नहीं जानती कि क्या होगा. लेकिन पार्टी का नेतृत्व करने के लिए कई लोग सक्षम हैं.” उन्होंने कहा कि पिछले तीन-चार साल में मेरे भाई जितना मोदी से किसी ने लड़ाई नहीं लड़ी है. मैं भी पिछले चुनाव में उनके जितना नहीं बोलती थी.
प्रियंका गांधी ने कहा, ”मेरे भाई ने लोकसभा चुनाव के बाद अपने इस्तीफा पत्र में कहा था कि वह चुनाव की जिम्मेदारी लेता है. फिर बाद में उसने कहा कि गांधी परिवार के अलावा कोई कांग्रेस अध्यक्ष होना चाहिए. मैं उसकी बात से पूरी तरह सहमत हूं. अब पार्टी को अपना आगे का रास्ता खुद तय करना चाहिए.”
प्रियंका ने इस बात से भी इनकार किया कि अगर कोई गांधी परिवार के बाहर का कांग्रेस अध्यक्ष बनता है तो टकराव होगा. उन्होंने कहा कि अगर कोई गैर गांधी परिवार का कांग्रेस अध्यक्ष बनता है तो वह मेरा बॉस होगा. वह अगर कल को मुझे कहता है कि आप उत्तर प्रदेश छोड़कर अंडमान निकोबार जाएं, तो मैं खुशी-खुशी जाऊंगी.
रॉबर्ट वाड्रा पर भ्रष्टाचार के आरोप पर प्रियंका गांधी ने कहा कि उनका परिवार बीजेपी के प्रोपेगेंडा का सामना करना जानता है. उन्होंने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब आरोप लगा तो मैंने अपने बेटे को सभी ट्रांजेक्शन दिखाया. उन्हें समझाया कि क्या आरोप लगा है और क्या असलियत है. मैंने अपनी बेटी को भी इसे बताया और समझाया. मैं अपने बच्चों से कुछ भी नहीं छिपाती हूं.
उन्होंने कहा कि मैंने अपने बच्चों को समझाया है कि कैसे गलत आरोपों का सामना करना है. प्रियंका ने आगे कहा कि जब मेरा बेटा 10 साल का था और बेटी 8 साल की थी, तभी मैंने फैसला किया कि यह उन्हें समझाने का वक्त है और उन्हें इन आरोपों का सामना करना सिखाया. मैंने अपने बच्चों के साथ मिलकर नेट सर्फिंग की और उन्हें दिखाया कि कैसे एक लेख में इटैलियन नानी के बारे में केजीबी जासूस कहा गया है. लेकिन मेरे बच्चे जानते हैं कि वह तो किचन में समय देने वाली हैं. वह पास्ता बनाती हैं और घर की साफ-सफाई भी करती हैं. ऐसे में वह इस लेख को देखकर हंसने लगे.
2019 में राजनीति में सक्रिय होने के सवाल पर प्रियंका ने कहा कि राहुल गांधी उन्हें 6-7 साल से इसके लिए कह रहे थे. उन्होंने कहा कि मैं देख रही हूं कि हमारे स्वतंत्रता सेनानी ने जिन जीचों के लिए लड़ाई लड़ी थी, वो सब अब बर्बाद किए जा रहे हैं. सभी लोकतांत्रिक इंस्टीट्यूशन पर हमला किया जा रहा है- चाहे यह मीडिया हो, ज्यूडिशियरी हो या आरटीआई. यह सब होते मैं देखती रहूं और यह बहाना बनाऊं कि मुझे अपने बच्चों की देखभाल करनी है तो यह मैं नहीं कर सकती.