जी हां कश्मीर के केरन सेक्टर में एक मुस्लिम परिवार ने ऐसी मिसाल पेश की है। जो हिंदुस्तान के हर मुसलमान को जाननी चाहिए। केरन में रहने वाले इमाम अली का परिवार बेहद गरीब है। वो दिन भर ठेले पर सब्जियां बेचता है। तब जाकर शाम और सुबह की रोटी मिल पाती है।मोदीमय हुआ पूरा कनाडा, तिरंगे के रंग में रंगा NIAGARA FALLS, वीडियो देखकर…
इसके बावजूद इमाम अली और उनकी बेगम वहां तैनात जवानों के लिए रोज दोनों टाइम खाना भेजते हैं। इमाम खुद ठेले पर खाना रखकर जवानों के कैंप तक देकर आते हैं।
इमाम का कहना है कि हमारे फौजी हमारे लिए अल्लाह से बढ़कर हैं। वो दिन रात हमारी जान बचाते हैं। और जान बचाने वाला अल्लाह से भी बड़ा है।
कश्मीर के इस परिवार से फौजी भी खुशी खुशी खाना लेकर खा लेते हैं। अब बताइए खुद का परिवार चलाना और फिर जवानों के लिए खाना तैयार करवाना इसके लिए कितना बड़ा दिल चाहिए। काश हर कश्मीरी इस परिवार से कुछ सीखे और आतंक के खिलाफ उनका साथ दे।
इस गाँव में 21 मुस्लिम परिवार जोकि बेघर हैं, एक प्लास्टिक की छत के नीचे रहते हैं। अक्सर तेज हवा से इनकी छतें उड़ जाती हैं और इन्हे फिर से उन्हें बनाना पड़ता है। मेहनत मज़दूरी करके घर चलाने वाले इन लोगों को तूफ़ान न आने की दुआ की शिद्दत होती है।