कौंच के बीज महिला और पुरुष दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं. यह आयुर्वेद की दुकान पर आसानी से मिल जाते हैं. अगर रोज इसके पाउडर को दूध में मिलाकर पिया जाए तो 7 दिन में ही यह बॉडी का स्टेमिना बढ़ाने में मदद करता है. कौच बीज वियग्रा से भी 10 गुना ज्यादा शक्तिशाली होते है, आइये जानते हैं इसके और भी फायदे.
कौच बीज कौंच के पौधे के सभी भागों में औषधीय गुण होते हैं. इस की पत्तियों, बीजों व शाखाओं का इस्तेमाल दवा के तौर पर किया जाता है. ज्यादातर कौंच का इस्तेमाल लंबे समय तक सेक्स की पॉवर बरकरार रखने के लिए किया जता है. कौंच के बीज वियग्रा से भी 10 गुना ज्यादा शक्तिशाली होते है, चाहे लिंग कमजोर, वीर्य पतला, नपुंसकता या शीघ्रपतन हो सभी का रामबाण उपाय कौंच है.
जिन खिलाडि़यों की मांसपेशियों में खिंचाव आ जाता?है, उन के लिए भी कौच बीज का इस्तेमाल मुफीद होता है. इस के बीजों के इस्तेमाल से याद रखने की कूवत बढ़ती है. वजन बढ़ाने में भी कौच बीज का इस्तेमाल कारगर साबित होता है. इस के अलावा गैस, दस्त, खांसी, गठिया दर्द, मधुमेह, टीबी व मासिकधर्म की तकलीफों के इलाज के लिए भी कौंच के बीजों का इस्तेमाल किया जाता है.
कौंच के बीजों का सेवन करने के लिए उन को दूध या पानी में उबाल कर उन के ऊपर का छिलका हटा दें व इसके बाद बीजों को सुखा कर बारीक चूर्ण बना लें . इस चूर्ण की 5 ग्राम मात्रा को मिश्री व दूध में मिला कर रोज सुबह-शाम करें.
कौच बीज तीव्र ज्वर में मूल चूर्ण को शहद यहां गर्म जल से देने से दाह शांत होता है एवं ज्वार कम होता है. इसके जड़ का स्वरस या क्वाथ स्नायु दौर्बल्य अंगघात ,अर्दित आदि वात रोग में लाभ करता है.
कौच बीज , सफेद मूसली और अश्वगंधा शीघ्रपतन के देसी इलाज के लिए कौंच के बीज, सफेद मूसली और अश्वगंधा के बीजों को बराबर मात्रा में मिश्री के साथ मिलाकर बारीक चूर्ण बना लें. फिर एक चम्मच चूर्ण सुबह और शाम एक कप दूध के साथ लेने से शीघ्रपतन और वीर्य की कमी जैसे रोग दूर हो जाते हैं.