दक्षिण दिल्ली स्थित डिफेंस कॉलोनी में एक ही परिवार के तीन सदस्यों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। हैरानी की बात यह है कि तीनों लोगों ने लॉकडाउन का भी पूरा पालन किया था और हर सतर्कता बरती गई थी, बावजूद इसके तीनों लोगों को कोरोना हो गया।
वहीं, जांच में पता चला है कि इनके यहां पर तैनात घरेलू सहायक भी निजामुद्दीन मरकज जमात में शामिल हुआ था। अब अंदाजा लगाया रहा है कि उसी से परिवार के तीनों सदस्यों को कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ होगा। इस मामले में घरेलू सहायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।
तीनों अस्पताल में भर्ती
दरअसल, डिफेंस कॉलोनी के इस परिवार को शक हुआ, जिसके बाद परिवार मैक्स अस्पताल गया और 4 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव आ गया, जिसके बाद ये अस्पताल में भर्ती हो गए। परिवार ने पुलिस के सामने शक जताया और बयान दिया कि हम कभी बाहर नहीं गए और न किसी से मिले। हमारा घरेलू सहायक सामान लेके आता था और घर में किचन तक जाता था। उनका यह भी कहना है कि उसके जरिये लाया सामान भी परिवार एक दिन बाद ही इस्तेमाल करता था।
वहीं, परिवार के घरेलू सहायक मुस्तकीम के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने शक के आधार पर IPC- 188, 269,270 की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। अब दिल्ली पुलिस अब जांच कर रही है कि क्या मुस्तकीम मरकज के संपर्क में आया था या नहीं? फिलहाल मुस्तकीम को भी क्वारंटाइन किया गया है। घरेलू सहायक मुस्तकीम की अभी कोरोना की जां रिपोर्ट नहीं आई है।
निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज से पिछले दिनों 2346 लोग निकाले गए हैं, जिसमें से 333 लोग कोरोना से पीड़ित पाए जा चुके हैं। क्वारंटाइन में रखे गए लोगों की भी जांच की प्रक्रिया पूरी होने के बाद तब्लीगी जमात के लोगों संक्रमण के मामले और बढने की आशंका है। इसके अलावा निजामुद्दीन में आसपास के इलाकों में भी संक्त्रमण का खतरा बना हुआ है। इस वजह से स्थानीय प्रशासन, नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग की टीम मिलकर करीब दो हजार घरों के आठ हजार लोगों की स्क्रीनिंग कर चुके हैं। अगले कुछ दिनों में यहां के लोगों की रैपिड टेस्टिंग शुरू की जा सकती है।