ATM में कहीं पुराने नोट तो कहीं कैश नहीं, क्या करें मोदी जी

Karur-Vysya-Bank-0-Sector-62-Noidaपुराने 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य करार देने के बाद गुरुवार को बैंक खुलने का पहला दिन था। पहले दिन ही बैंक के बाहर लंबी-लंबी कतारें देखी गईं। लोग पुराने नोटों को नए में बदलवाने के लिए खड़े थे।आईसीसीआई बैंक की प्रबंध निदेश चंदा कोचर ने कहा, ‘हमारे बैंक की शाखाओं में सामान्य दिनों से तीन गुना ज्यादा लोग आए वहीं कैश ट्रांजेक्शन में भी पांच गुना इजाफा देखा गया।

बैंक शाखाओं में लगी कतारें भी बहुत धीरे-धीरे आगे बढ़ रही थीं क्योंकि कैशियर को भी कम कीमत के नोट गिनने में काफी परेशानी हो रही थी। फिलहाल बैंक से एक दिन में केवल 4000 रुपये ही एक्सचेंज करवाए जा सकते हैं या 10 हजार रुपये ही निकलवाए जा सकते हैं। कई लोगों का लाइनों में पांच-छह घंटे खड़ा होना भी बेकार गया क्योंकि बैंकों के पास कैश खत्म हो गया था।
बैंकों को उम्मीद है कि सप्ताहंत में भी उन पर काफी दबाव रहेगा। गुरुवार देर रात ATMs ने भी काम करना शुरू कर दिया है लेकिन इसके बावजूद जल्द ही कोई आराम मिलने की उम्मीद फिलहाल नहीं है। कुछ लोगों के पास अपने पहचान पत्र की फोटोकॉपी मौजूद नहीं थी वहीं कुछ असली पहचान पत्र ही लेकर नहीं आए थे। 
दक्षिण दिल्ली में एक निजी बैंक के बाहर चार घंटे बिताने के बाद लौटने वाले संजय सैकिया ने कहा, ‘कुछ लोगों को फॉर्म भरना मुश्किल हो रहा था, बुजुर्गों के लिए ज्यादा बड़ी समस्या थी।’
लोगों की परेशानी को देखते हुए शनिवार और रविवार को भी बैंक खुले रहेंगे। सरकार बार-बार यह कह रही है कि नोट बदलने या जमा करवाने में अंतिम तारीख अब 50 दिन दूर है। 18 नवंबर तक एटीएम से 2000 रुपये रोजाना निकलवाने की सीमा के अलावा एक समस्या और है कि सभी एटीएम एक साथ सर्विस में नहीं होंगे। देश के करीब 2 लाख एटीएम में से करीब एक चौथाई यानी पचास हजार एटीएम से अभी तक पुराने नोट नहीं निकाले गए हैं। कई एटीएम को अभी तक 2000 रुपये के नोट निकालने के लिए तैयार नहीं किया गया है।
दो एटीएम ऑपरेटर्स ने बताया कि वह लगातार स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन केवल एक लाख मशीनें ही फौरन सर्विस में होंगी। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की चैयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा कि व्यवस्था का प्रारूप दोबारा स्थापित करने में 10 दिन का वक्त लगेगा।
मशीनों से सिर्फ 100 रुपये के नोट ही निकल रहे हैं। ऐसे में एटीएम को दोबारा भरना भी एक बड़ी चुनौती है। पंजाब नैशनल बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ अनंतसुब्रमणियन ने कहा, ‘मशीनों को जल्दी दोबारा भरना एक बड़ी चुनौती है। लेकिन हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि हमारे ग्राहकों को कम से कम असुविधा का सामना करना पड़े।’ मरीजों की सुविधा के लिए बैंक ने दिल्ली, चेन्नै और मुंबई के कुछ अस्पतालों में एटीएम वैन भी खड़ी की हैं। 

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